Home देश रामलला नाबालिग, आधार नंबर भी नहीं, कैसे खुले बैंक खाता

रामलला नाबालिग, आधार नंबर भी नहीं, कैसे खुले बैंक खाता

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अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए न तो किसी से चंदा मांगेगा न ही कोई सरकारी मदद लेगा। रामभक्तों के आर्थिक सहयोग से यह मंदिर बनेगा। ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के इस बयान के बाद नयी बहस छिड़ गयी है। भक्तों ने आशंका जतायी है कि इससे मंदिर निर्माण के लिए दान के रूप में गलत धन भी मिल सकता है। दूसरे चंदे या दान की रसीद न मिलने पर आयकर में भी छूट का लाभ भी नहीं मिल पाएगा। उधर, इससे भी बड़ा संकट इस बात को लेकर खड़ा हो गया है कि कुछ भक्त सिर्फ रामलला के नाम पर ही चेक भेज रहे हैं। रामलला के नाम पर ही गुप्तदान भी मिल रहा है। लेकिन, रामलला के नाम का कोई बैंक एकाउंट न होने की वजह से चेक या प्राप्त राशि का उपयोग कैसे किया जाए यह तय नहीं हो पा रहा।
जिसकी धर्म में रुचि वे सभी आमंत्रित :- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण वहीं होगा, जहां रामलला विराजमान हैं। उनका कहना है कि जिसकी भी धर्म में रूचि है वे सभी आमंत्रित है। लेकिन मंदिर निर्माण के लिए किसी भी प्रकार का सरकारी धन और चंदा नहीं लिया जाएगा। मंहत के इस बयान के बाद बहस छिड़ गयी है कि चंदा भले न लिया जाए लेकिन दान भी तो चंदे का ही रूप हुआ। और दान के लिए जब रसीद नहीं मिलेगी तो कोई भी व्यक्ति सही या गलत तरीके से कमाई गयी राशि दान कर सकता है। जो लोग वैध तरीके से दान देंगे उन्हें रसीद न मिलने पर आयकर में छूट नहीं मिलेगी।
मंदिर के पास जमा राशि की नहीं हो पा रही एफडी :- रामलला के पास आधार कार्ड नहीं है। इस वजह से उन्हें नुकसान हो रहा है। रामलला के मंदिर मे जमा पैसे की एफडी नहीं हो पा रही। उधर, कुछ चेक भी ऐसे हैं जिनपर सिर्फ रामलला लिखा है। अब इन्हें किस बैंक में जमा किया जाए इसको लेकर भी असमंजस की स्थिति है। दरअसल, फिक्स डिपॉजिट करने के नए नियम के मुताबिक फिक्स डिपोजिट कराने वाले का आधार कार्ड होना चाहिए और रामलला के पास आधार कार्ड नहीं है। हालांकि, राममंदिर मामले की सुनवाई के दौरान रामलला को बतौर व्यक्ति मान्यता मिली थी। इसलिए उनके नाम पर आधारकार्ड बन सकता है। इसके बाद बैंक खाता भी खुल सकता है।
25 को खुलेगा ट्रस्ट का बैंक खाता:- रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के निर्णय के अनुसार ट्रस्ट का बैंक खाता भारतीय स्टेट बैक की अयोध्या शाखा में खोला जाना है। यह खाता 25 फरवरी को खोला जाएगा। ट्रस्ट के नवनियुक्त महासचिव चंपत राय और नवनियुक्त कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरिअयोध्या में हैं। बोर्ड आफ ट्रस्ट ने तीन सदस्यों को बैंक खाता संचालन के लिए अधिकृत किया है। इसमें महासचिव व कोषाध्यक्ष के साथ ट्रस्ट के न्यासी व आरएसएस के प्रांत कार्यवाह डॉ. अनिल मिश्र शामिल हैं। ट्रस्ट के बायलाज के मुताबिक किन्हीं दो सदस्यों के हस्ताक्षर से खाता संचालित किया जाना है जिसमें महासचिव श्री राय के अतिरिक्त अधिकृत शेष पदाधिकारियों में से किसी एक के हस्ताक्षर अनिवार्य रुप से होने चाहिए।
ट्रस्ट के नाम होगी 70 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति:- रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का खाता खुलते ही पुराने दान में मिली रकम और चल-अचल संपत्ति उसे ट्रांसफर हो जाएगा। यह राशि 70 करोड़ रुपये से अधिक की होगी। अकेले राम जन्मभूमि न्यास की संपत्ति की कीमत ही 55 करोड़ से ज्यादा है। राम जन्मभूमि की चढ़ावे की रकम के रिसीवर अयोध्या के जिलाधिकारी (डीएम) हैं। न्यास के खाते में 11.5 करोड़ रुपये बैंक में जमा हैं। जिसमें आठ करोड़ रुपये से अधिक की रकम एफडी में जमा है। न्यास के पास राम जन्मभूमि क्षेत्र में 5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की जमीन है। अनधिकृत सूचना के मुताबिक श्रीराम जन्मभूमि न्यास के पास अपने कॉर्पस फ़ंड में करीब साढ़े आठ करोड़ रुपए हैं और नॉन कॉर्पस फ़ंड में लगभग साढ़े चार करोड़ रुपए हैं। श्रीराम जन्मभूमि न्यास को वित्त वर्ष 2018-19 में तकरीबन 45 लाख रुपए का चंदा मिला था जबकि इससे पिछले वर्ष इस संस्था को चंदे में लगभग डेढ़ करोड़ रुपए मिले थे।