कोलकाता। देशभर में आज ईद-उल-फित्र का त्योहार मनाया जा रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईद के मौके पर कोलकाता के रेड रोड पर नमाज में शिरकत की। उन्होंने भारत की वर्तमान सामाजिक परिस्थिति के संदर्भ में कहा कि फिलहाल देश की स्थिति ‘अच्छी नहीं’ है। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि डरने के बजाय बेहतर भविष्य के लिए एकजुट रहने का प्रयास करें। सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि देश में लोगों को अलग-थलग करने की राजनीति हो रही है जो ठीक नहीं है। अलगाव पैदा करने की राजनीति ठीक नहीं गौरतलब है कि कोलकाता में मूसलाधार बारिश के बाद रेड रोड पर ईद की नमाज के मौके पर लगभग 14,000 लोग एकत्र हुए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मौके पर जनता से आह्वान किया, ‘डरने की जरूरत नहीं है, लड़ना जारी रखें।’ उन्होंने कहा कि देश की स्थिति ठीक नहीं है। फूट डालो और राज करो की नीति के अलावा लोगों के बीच अलगाव पैदा करने की राजनीति हो रही है, जो ठीक नहीं है।
लोगों को निराश नहीं करेगी तृणमूल कोलकाता में ईद की नमाज के मौके पर ममता ने लगभग 14 हजार लोगों के जनसमूह को भरोसा दिलाया और कहा, ‘वह खुद, उनकी पार्टी और उनकी सरकार कुछ भी ऐसा नहीं करेगी जिससे लोगों को निराशा हो।’ उन्होंने कहा कि अच्छे दिन आएंगे। हम डरे नहीं हैं। हम लड़ाई लड़ना जानते हैं। ममता का आरोप, भाजपा लोगों को बहका रही है बता दें कि ममता बनर्जी भारत में विभाजनकारी राजनीति के मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के अलावा भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई पर पहले भी हमलावर रही हैं. गत दिनों बीरभूम जिले के बोगटुई गांव में 10 लोगों की मौत के मामले में पीड़ितों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने के बाद सीएम ममता ने कहा था कि भाजपा लोगों को बहकाने की ताक में है। उन्होंने कहा था, भाजपा आग जलाने की कोशिश कर रही है, उन्हें आग से नहीं खेलना चाहिए। बकौल ममता, बंगाल को बदनाम करने की साजिश रची जाती है।
भाजपा से अलग हुए बाबुल का आरोप विभाजनकारी सियासत के मुद्दे पर भाजपा से अलग होकर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए बाबुल सुप्रियो भी बयान दे चुके हैं. ममता की नीतियों के मुरीद पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भाजपा सदस्यों पर नफरत और विभाजनकारी राजनीति करने के आरोप लगाए थे. बाबुल ने बालीगंज विधानसभा उपचुनाव में टीएमसी की टिकट पर चुनाव जीता है। उन्होंने टीएमसी और भाजपा के संबंध में कहा था, भाजपा में रहने के कारण वे 70 फीसद लोगों से ही मिल पाते थे, अब टीएमसी में आने के बाद 100 प्रतिशत लोगों से मिल सकेंगे।
इसमें कहा गया था कि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के कार्यकाल में खान-पान, आस्था, त्योहार और भाषा जैसे विषयों का इस्तेमाल समाज के ध्रुवीकरण के लिए किया जा रहा है। हालांकि, यह भी दिलचस्प है कि भाजपा पर ‘सांप्रदायिक और विभाजनकारी’ राजनीति करने के आरोप लगाने वाले तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव गत दिनों विपक्षी दलों के संयुक्त बयान से दूरी बनाते दिखे।