जबलपुर
जबलपुर के चार स्थानों पर यह केंद्र स्थापित किए गए हैं जो अलग-अलग क्षेत्र की ध्वनि मापन का रियल टाइम डाटा एकत्र कर स्थानीय विजय नगर स्थित मुख्य केंद्र को भेजेंगे। एक करोड़ की लागत से केंद्र की स्थापना में आस्ट्रेलिया और नीदरलैंड की टीम की सहायता ली गई है। यही टीम 28 अगस्त को शहर के मुख्य केंद्र में डेमो देगी और इसका बाेर्ड अधिकारियों और विज्ञानियों की मौजूदगी में औपचारिक शुभारंभ होगा।
पहले ऐसे होता था ध्वनि का मापन
मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय अब तक अपने विज्ञानी टीम की मदद से ध्वनि प्रदूषण से संबंधित डाटा एकत्र करता था। इसके लिए विभाग के पास तीन-चार ध्वनि मापन मीटर थे। विभाग टीम शहर के अलग-अलग स्थानों पर विभिन्न दिनों में जाकर मीटर की सहायता से ध्वनि की रीडिंग ले लेता था और इसके बाद मुख्य केंद्र में डाटा संग्रह के बाद एक समग्र रिपाेर्ट तैयार होती थी। लेकिन अब रियल टाइम मानिटरिंग सिस्टम की स्थापना से शहर के सभी क्षेत्रों से एक ही समय में डाटा मिलना आसान हो जाएगा।
शहर में इन चार स्थानों पर स्थापित केंद्र
- नगर निगम मुख्यालय कमर्शियल इलाका का डाटा संग्रह करेगा।
- नगर निगम मुख्यालय ही रियल टाइम मुख्य केंद्र को भेजेगा।
- सुदूर इंडस्ट्रियल एरिया रिछाई डाटा संग्रह की जिम्मेदारी निभाएगा।
- साइंस कालेज : यह केंद्र संवेदनशील एरिया को कवर करेगा।
- विजय नगर : यह प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का मुख्य केंद्र होगा।
- विजय नगर ही रिहायशी इलाके का डाटा कलेक्शन करेगा।
इस सिस्टम की मदद से हमें रियल टाइम आनलाइन ध्वनि प्रदूषण से संबंधित डाटा संग्रह में मदद मिलेगी और डाटा आनलाइन मिल जाएगा। साथ ही ध्वनि प्रदूषण को लेकर शहर के यदि किसी क्षेत्र में समस्या आती है तो उसे त्वरित समझ पाना आसान हो जाएगा। अभी तक शहर का डाटा एक समय पर त्वरित नहीं मिल पाता था।
विज्ञानी अजय खरे, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जबलपुर