मुंगेली/ जिले में कानून व्यवस्था दुरुस्त बनाए रखने कलेक्टर राहुल देव और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल ने राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करें। जिले में यदि कोई कानून व्यवस्था भंग करने की कोशिश करे, तो उस पर सख्त कार्यवाही किया जाए। उन्होंने असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने लगातार पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों का पूरी क्षमता के साथ निर्वहन करते हुए कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सूचना तंत्र मजबूत रखें। मैदानी स्तर के अमलों से सतत संपर्क बनाए रखें। साथ ही कहीं भी कानून व्यवस्था बिगड़ने की संभावना हो, तो उसकी सूचना तत्काल प्रशासन को उपलब्ध कराएं। उन्होंने सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति, समुदाय या वर्ग द्वारा भ्रामक जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई जाती है, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी संजय यादव, अपर कलेक्टर श्रीमती निष्ठा पांडेय तिवारी, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती मेनका प्रधान, अजीत पुजारी, गिरीश रामटेके, एसडीएम मुंगेली श्रीमती पार्वती पटेल, एसडीएम पथरिया बी.आर. ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर अजय शतरंज सहित एसडीओपी, थाना प्रभारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
अभियान चलाकर मुख्य सड़क मार्गों से मवेशियों को हटाने की कार्यवाही करें…
बैठक में कलेक्टर और एसएसपी ने जिले के मुख्य सड़क मार्गों से आवारा मवेशियों को हटाने के कार्यवाही के संबंध में सभी सीएमओ और जनपद सीईओ से जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी मुख्य सड़क मार्ग में आवारा मवेशी नहीं दिखना चाहिए। अभियान चलाकर मवेशियों को हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने मवेशियों को हटाने के लिए टीम गठित करने और शिकायत हेतु नम्बर भी जारी करने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि जनपद सीईओ मुख्य सड़क मार्गों के आसपास के गांवों के लोगों की मीटिंग कर मवेशियों को खुले में न छोड़ने की समझाईश दें। एसएसपी ने कहा कि सड़कों में आवारा मवेशी नहीं दिखना चाहिए। अधिकारी फील्ड में जाकर इस कार्य का गंभीरता से निगरानी करें। इसका सकारात्मक परिणाम दिखना चाहिए। कहीं भी मवेशी के वजह से दुर्घटना की शिकायत नहीं मिलना चाहिए।
शराब पीकर वाहन चलाने वाले का लाइसेंस निलंबन की कार्यवाही करें…
कलेक्टर एवं एसएसपी ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने पूर्व बैठक के पालन प्रतिवेदन की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि शराब पीकर वाहन चलाने वाले का लाइसेंस निलंबन के लिए प्रकरण भेजें। बैठक में हिट एंड रन के प्रकरणों के संबंध में भी जानकारी ली गई। कलेक्टर ने कहा कि हिट एंड रन मोटर दुर्घटना में मृत्यु के प्रकरण के लिए 02 लाख रूपए और गंभीर चोट के लिए 50 हजार रूपए मुआवजा राशि का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि हिट एंड रन के प्रकरण का शीघ्र निराकरण करें। साथ ही सड़क पर घायलों की मदद करने वालों को सम्मानित करें।
कलेक्टर ने स्कूल बसों की निरंतर फिटनेस जांच, वाहन चालक और हेल्पर की स्वास्थ्य चेकअप और क्रिमिनल बैक ग्राउंड जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूलों में यातायात नियम पालन के लिए जागरूकता अभियान चलाने के लिए कहा। एसएसपी ने 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों द्वारा वाहन चलाने पर उसके माता-पिता को बुलाकर समझाईश देने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि पथरिया मोड़ पर पहले बहुत दुर्घटना होती थी, लेकिन साइन बोर्ड लगाने के बाद दुर्घटना नहीं हुई है। इस पर कलेक्टर एवं एसएसपी ने सराहना की। कलेक्टर ने अत्यधिक दुर्घटना वाले जगह को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हांकित करने के भी निर्देश दिए।
ध्वनि प्रदूषण करने वाले पर की जायेगी सख्त कार्यवाही
कलेक्टर ने उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार जिले में ध्वनि प्रदूषण को रोकने आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थाओं, हॉस्पिटल और न्यायालय के नजदीक में साइलेंस जोन बोर्ड लगवाएं। ध्वनि प्रदूषण करने वाले पर सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने मोटर सायकल में ऊंची आवाज वाले हॉर्न लगाने वालों पर भी कार्यवाही करने निर्देशित किया। उन्होंने डेसिबल मापने वाले यंत्र से औचक निरीक्षण टीम बनाकर जांच करने और डीजे संचालको को गाइडलाईन का पालन कराने के निर्देश दिए।
प्रतिबंधित दवाईयों के दुरुपयोग, तस्करी तथा विक्रय पर होगी कार्यवाही…
बैठक में कलेक्टर एवं एसएसपी ने कहा कि नशीली दवाइयों के दुरुपयोग और तस्करी पर रोक तथा प्रतिबंधित दवाईयों के विक्रय पर ड्रग इंस्पेक्टर और पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही किया जाए। साथ ही नशे से पीड़ित व्यक्तियों के पुनर्वास, स्कूलों में शिक्षा विभाग द्वारा नशे के दुष्प्रभाव के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। कलेक्टर ने अवैध शराब के प्रकरणों की जानकारी ली और अवैध शराब विक्रय करने वाले के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए।
एसएसपी ने कहा कि गांजा की तस्करी, मादक द्रव्य के व्यापार और परिवहन पर तुरंत कार्यवाही करें। नशे के कारण कई प्रकार के अपराध घटित हो रहे है। नशा छोड़ने लोगों में जागरूकता लाएं। उन्होंने अवैध शराब की गतिविधि को रोकने आबकारी, राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारी फील्ड में उतरकर कार्य करें। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल ने अवैध नशीले पदार्थाे की तस्करी रोकने बनाये गए एन कॉर्ड समिति के कार्यों एवं महत्त्व के बारे मे बताया।
चिकित्सकों की सुरक्षा महत्वपूर्ण, समाज में निर्बाध रूप से सेवा जारी रहे
कलेक्टर और एसएसपी ने जिले के सभी शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों के चिकित्सकों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि शासन के मंशानुरूप चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए मीटिंग बुलाया गया है। चिकित्सकों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। आपके द्वारा समाज में सेवा करने का कार्य निर्बाध रूप से जारी रहे। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था हेतु प्रमुख जगहों पर पर्याप्त मात्रा में सीसीटीवी कैमरा, सुरक्षा गार्ड, संस्थान के संवेदनशील स्थानों में पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था अनिवार्य रूप से होना चाहिए। सभी चिकित्सालयों में पुलिस कंट्रोल रूम, एसडीएम, एसडीओपी और थाना प्रभारी का मोबाईल नंबर चस्पा होना चाहिए। संस्थान के परिसर में नशा का सेवन कर कोई व्यक्ति पहुंचता है, तो इस संबंध में पुलिस को अवगत कराएं। सीएचसी-पीएचसी के सामने अनावश्यक लोग इकट्ठा हो, तो उसकी तत्काल सूचना दें। सुरक्षा गार्ड का पुलिस वेरिफिकेशन के बाद ही रखें। उन्होंने अधिकारियों को रात्रि गस्त के दौरान अधिकारी सीएचएसी, पीएचसी एवं स्वास्थ्य केन्द्रों का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिए।