कबीरधाम.
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में बीते शनिवार 24 अगस्त को दिनदहाड़े उठाईगिरी का मामला सामने आया था। रायपुर के एक व्यापारी के कार से 2.22 लाख रुपए को पार कर दिया गया था। चोरी करने की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई था। इस मामले को लेकर पुलिस ने आज सोमवार को खुलासा कर दिया है। इस उठाईगिरी का मास्टर माइंड ड्राइवर है,जो रायपुर के पीड़ित व्यापारी दिनेश कुमार जैन का कार चलता था।
एडिशनल एसपी पुष्पेन्द्र बघेल ने बताया कि पुलिस को शुरू से ही कार चालक सौरभ राहुलकर पिता सुधीर राहुलकर उम्र 30 निवासी रायपुर के ऊपर संदेह था। संदेह होने पर घटना स्थल का टावर डंप लेकर संदेहियों के मोबाइल डिटेल लेकर ट्रेस किया जा रहा था।
आरोपियों का लोकेशन रायपुर होना पता चला। कबीरधाम पुलिस की टीम रायपुर रवाना हुई। संदेहियों का पहचान कर आरोपियों को हिरासत में लिया गया। कड़ाई से पूछताछ करने पर इनके द्वारा वारदात करना स्वीकर किया गया। आरोपी सौरभ राहुलकर पिता सुधीर राहुलकर, लोकेश उर्फ लक्कू मिरझा पिता प्रकाश मिरझा उम्र 20 व एक नाबालिग ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि राखी त्यौहार के दिन तीनों आरोपियों द्वारा घटना को अंजाम देने प्लानिंग की थी।
इस तरह की थी प्लानिंग
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 24 अगस्त को जब रायपुर के पीड़ित व्यापारी दिनेश कुमार जैन अपने घर से कवर्धा के लिए निकला तो मास्टर माइंड आरोपी कार ड्राइवर सौरभ ने पहले से ही अपने साथियों को जानकारी दे दी थी। ये दोनों अपने बाइक से कवर्धा आए। कवर्धा में ड्राइवर व पीड़ित दिनेश जैन अपने बेटे के साथ तीनों भोजन करने होटल में गए। प्लान के मुताबिक नाबालिग बालक अपने चेहरे को ढ़क कर खड़ी गाड़ी के पास आया व ड्राइवर को कॉल कर गाड़ी का लॉक खोलने कहा। ड्राइवर द्वारा चुपके से गाड़ी का लॉक खोल दिया। फिर मुंह बांधा व्यक्ति कार में रखे बैग को उठा कर वहां से निकल गया। उसका एक साथी आरोपी लोकेश मांझी कवर्धा के लोहारा नाका के पास बाइक में बैठ कर इंतजार कर रहा था। दोनों बाइक से रुपए लेकर रायपुर रोड़ गए। जहां पकड़ाने के डर से गुरु नाला के बहते पानी में बैग व पहने हुए कपड़े को फेंक कर साक्ष्य नष्ट कर रायपुर भाग गए। फिर तीनों मिलकर रकम आपस में बाट लिए। पुलिस ने आरोपियों के पास से नगदी रकम, मोबाइल व चोरी में उपयोग किए गए बाइक को जब्त किया है। आरोपियों के खिलाफ सिटी कोतवाली कवर्धा में अलग से धारा 61 (2), 306, 238, 112 बीएनएस जोड़ी गई है। पूर्व में भी आरोपियों के खिलाफ राज्य के रायपुर, धमतरी, दुर्ग जिले में आपराधिक मामले दर्ज है।