ढाका
बांग्लादेश के सीनियर ऑलराउंडर और पूर्व कप्तान शाकिब अल हसन के लिए मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। शाकिब अल हसन इन दिनों पाकिस्तान के रावलपिंडी में हैं, जहां दोनों टीमों के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। बांग्लादेश ने पहला टेस्ट मैच 10 विकेट से अपने नाम किया और इस दौरान शाकिब अल हसन का रोल भी इस जीत में काफी अहम रहा। शाकिब दूसरे टेस्ट मैच में खेलेंगे या नहीं, इसको लेकर सस्पेंस बना हुआ है। दरअसल बांग्लादेश में हुए हिंसक प्रोटेस्ट के दौरान शाकिब पर एक मर्डर का आरोप लगा है, जिसको लेकर शिकायत भी दर्ज कराई गई है।
क्रिकबज की खबर के मुताबिक बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को एक लीगल नोटिस भेजा गया है, जहां वकीलों ने बीसीबी से कहा है कि शाकिब अल हसन को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से बैन कर दिया जाए। शाकिब पर पहले भी बैन लग चुका है। शाकिब बांग्लादेश की 12वीं संसद में आवामी लीग के पूर्व सांसद भी हैं। 37 साल के शाकिब अल हसन उन 147 लोगों में शामिल हैं जिनके खिलाफ अगस्त के शुरू में विरोध प्रदर्शनों के दौरान कथित हत्या के लिए आरोप दायर किए गए हैं।
शेख हसीना को इस्तीफा देने और देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यभार संभाला। हत्या का मामला रफीकुल इस्लाम ने ढाका के अदबोर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया था और शाकिब के अलावा, प्रधानमंत्री शेख हसीना और पार्टी के कई पूर्व मंत्री और सांसद आरोपियों में शामिल हैं।
इस्लाम के बेटे रूबेल की 7 अगस्त को विरोध प्रदर्शन के दौरान हत्या कर दी गई थी जिसके बाद देश में राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई थी। शाकिब एफआईआर में 27वें या 28वें आरोपी हैं। वह 5 अगस्त को या विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी भी समय बांग्लादेश में नहीं थे। यह पूर्व कप्तान 26 जुलाई से 9 अगस्त तक ब्रैम्पटन में ग्लोबल टी20 कनाडा लीग में बांग्ला टाइगर्स मिसिसॉगा के लिए खेल रहा था और इससे पहले वह जुलाई के बीच तक मेजर लीग क्रिकेट में भाग लेने के लिए अमेरिका में थे।।