दिसपुर। असम कांग्रेस के अध्यक्ष रहे रिपुन बोरा के इस्तीफे के बाद पूर्वोत्तर राज्य में सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। इधर, राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी बोरा के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा है कि अगर कल राज्यसभा चुनाव हो जाएं, तो कांग्रेस विधायक उनके लिए वोट करेंगे। बोरा ने पार्टी छोड़ने के बाद आरोप लगाए थे कि असम कांग्रेस के नेताओं और भारतीय जनता पार्टी की सरकार के बीच गुप्त तालमेल है।
बोरा ने अपने त्यागपत्र में कांग्रेस नेताओं और विधायकों के सीएम सरमा की मदद करने के आरोप लगाए थे। उन्होंने प्रदेश इकाई में अंतर्कह को पार्टी छोड़ने का सबसे बड़ा कारण बताया था। उन्होंने कांग्रेस से करीब 4 दशकों का नाता तोड़कर रविवार को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस का हाथ थामा।
सरमा ने कहा, ‘यह सच है राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 9-10 विधायकों ने हमारे लिए वोट किया या मदद की और अगर कल राज्यसभा चुनाव दोबारा होते हैं, तो वे मेरी मदद करेंगे। आप इसे उनकी धोखेबाजी कहें या मेरे लिए प्यार, सच यही है कि अगर कल राज्यसभा चुनाव होते हैं, तो वे दोबारा मेरी मदद करेंगे।’ रविवार को टीएमसी में शामिल होने के बाद बोरा ने राज्यसभा चुनाव हारने के आरोप असम कांग्रेस के नेताओं पर लगाए। बोरा को कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए दोबारा नामित किया था। वह असम में विपक्षी दलों को संयुक्त उम्मीदवार थे। हालांकि, बोरा को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
सीएम सरमा ने कहा, ‘चूंकि मैंने कांग्रेस 22 साल गुजारे हैं, तो यह सच है कि रिपुन बोरा समेत कांग्रेस के लगभग सभी नेता मेरे करीबी हैं। कांग्रेस के कई नेता और विधायक हैं, जो भाजपा में आना चाहते हैं, तो हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं। हमें उनके लिए जगह बनानी होगी।’ उन्होंने कहा, ‘…उनका कहना है कि कांग्रेस में कोई भविष्य नहीं है। यह एक विकसित होती स्थिति है, आप कांग्रेस से कई और लोगों को निकलते हुए देखेंगे।’