नर्मदापुरम
शहर से लापता हुए एसपीएम केंद्रीय विद्यालय के छात्र का शव 5वें दिन गुरुवार को आखिर मिला। छात्र का शव खेत किनारे 8 फीट गहरे गड्ढे में मिलने से सनसनी फैल गई। शव तीन से चार दिन पुराना होने से उसमें कीड़े लग गए थे। सूचना मिलने पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा और शव को गढ्ढे से निकलवाया। छात्र की संदिग्ध हालत में मौत से परिजनों और गांव के लोगों में आक्रोश दिखा तो शव का जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराने के लिए जिला अस्पताल के पीएम रूम को छावनी में तब्दील करना पड़ा। सूत्रों की माने तो शुरुआती जांच में प्रेम प्रसंग में हत्या का एंगल सामने आ रहा है। हालांकि पुलिस ने अभी तक अधिकृत रूप से कुछ नहीं कहा है। जानकारी के अनुसार हासलपुर गांव के हर्ष मीणा का शव मेहराघाट ग्राम में मिलने से माहौल गर्मा गया।
परिजन और मीणा समाज के लोग मेहराघाट पहुंचे। ग्राम रामपुर, इटारसी, नर्मदापुरम, पथरौटा और डोलरिया से पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंचा। इस घटना को लेकर समाज में आक्रोश है। बुधवार को समाज के लोगों ने एसपी से मुलाकात कर छात्र का पता लगाने की मांग की थी। एक दिन बाद हर्ष का शव मिल गया जिसमें कीड़े लग गए थे। जानकारों के मुताबिक हर्ष मीणा 18 अगस्त से लापता था। लापता होने के तीसरे दिन उसकी इलेक्ट्रिक स्कूटी होरियापीपर के पास नहर किनारे मिली थी। उसकी आखिरी लोकेशन इटारसी के गांधीनगर की मिली। छात्र के लापता होने की गुमशुदगी देहात थाने में दर्ज है। जिस जगह स्कूटी मिली थी, उससे कुछ दूरी पर गुरुवार को खेत के गड्ढे में लाश मिली है। रामपुर थाना प्रभारी विपिन पाल ने बताया कि मौके से एक बैग भी मिला है। छात्र कोचिंग के लिए घर से निकला था।
12वीं का छात्र था,कोचिंग का कहकर घर से निकला था-
पिता दिनेश मीणा ने बताया कि बेटा हर्ष मीणा एसपीएम केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 12वीं का छात्र था। 18 अगस्त को वह कोचिंग का कहकर निकला था। शाम 5 बजे तक घर नहीं लौटा तो कोचिंग में कॉल कर पूछा। पता चला कि वह कोचिंग ही नहीं आया। दोस्तों से बात की तो पता चला कि वह एक दोस्त (छात्रा) के घर गया था। हमने जब छात्रा के घर जाकर पूछा तो उसके पिता ने बताया कि हर्ष घर से निकल गया था। इसके बाद से ही उसका नंबर बंद आ रहा था। 19 अगस्त की सुबह 9.15 बजे पिता और परिजन ने देहात थाने पहुंचकर हर्ष मीणा के लापता होने की शिकायत की थी।
पुलिस छावनी में बदला जिला अस्पताल –
मीणा समाज के छात्र की संदिग्ध मौत से परिजनों और समाज के लोगों में भारी गुस्सा नजर आया। जिला अस्पताल में युवक के शव का पोस्ट मॉर्टम होने के चलते पुलिस को हंगामे की भी आशंका थी इसके चलते पुलिस विभाग ने जिला अस्पताल परिसर स्थित पीएम रूम के आसपास के इलाक़े को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया था। पीएम होने तक पूरा पुलिस प्रशासन सतर्क रहा।
इटारसी से निकलने के बाद क्या हुआ….
केंद्रीय विद्यालय के छात्र हर्ष मीणा के पिता के मुताबिक हर्ष किसी छात्रा के घर भी गया था और वहां से निकल भी गया था। अब सवाल यह उठ रहा है कि हर्ष अगर इटारसी से उस छात्रा के घर से निकला था तो वह सीधा नर्मदापुरम क्यों नहीं गया, उसकी बाइक होरियापीपर वाले रूट पर कैसे पहुंची। हर्ष किसी के साथ घटनास्थल पर गया था या फिर उसे फोन करके बुलाया गया था इन सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले हैं??फिलहाल पूरा मामला अब जांच में है।