लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने शनिवार की शाम बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी के कद्दावर नेता नकुल दूबे को बसपा से निष्कासित कर दिया है। नकुल दूबे मायावती सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। बसपा में बचे हुए गिने-चुने ब्राह्मण चेहरों में शुमार नकुल दूबे को पार्टी से आउट करते हुए मायावती ने एक ट्टीट भी किया।
इस ट्टीट में यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने लिखा नकुल दुबे (लखनऊ) BSP पूर्व मन्त्री को, पार्टी में अनुशासन-हीनता अपनाने व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण, इनको बी.एस.पी. से निष्कासित कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में करारी हार खाने के बाद बसपा सुप्रीमो पूरे एक्शन में आ चुकी हैं। मायावती की पार्टी के चुनाव में पूरे उत्तर प्रदेश में महज एक ही सीट पर जीत मिली है जबकि 2007 में यूपी में मायावती की बसपा ने राज्य में बहुमत की सरकार बनाई थी और जिस कद्दावर नेता नकुल दूबे को अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर मायावती ने आज पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है वो उनकी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे।
मायवती ने चुनाव में मिली जबरदस्त हार के बार उसकी समीक्षा के दौरान ये एक बड़ा कदम उठाया है। नकुल दूबे बसपा के सवोसर्वा बने सतीश मिश्रा के सबसे करीबी नेता रहे हैं जिन्हें बाहर निकाल दिया गया है। 2022 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में भी नकुल दूबे बसपा में के बड़े ब्रह्माण चेहरा थे।