मास्को। रूस की सेना ने यूक्रेन युद्ध के 53वें दिन रणनीतिक रूप से बेहद अहम मारियुपोल शहर पर पूरी तरह से कब्जा करने का दावा किया है। यही नहीं रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन के सैनिकों को आज मास्को के समयानुसार सुबह 6 बजे तक का टाइम सरेंडर के लिए दिया है। रूस ने कहा है कि सरेंडर करने वाले यूक्रेनी सैनिकों को माफ कर दिया जाएगा। रूस ने दावा किया कि इन सैनिकों में विदेशी लड़ाके भी शामिल हैं। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि रूस की सेना मारियुपोल में बर्बरता कर रही है।
जेलेंस्की ने कहा है कि मारियुपोल के भविष्य का फैसला या तो युद्ध के जरिए होगा या फिर कूटनीति के जरिए होगा। उन्होंने नाटो देशों से आह्वान किया कि वे सभी जरूरी भारी हथियार और विमान तत्काल दें ताकि हम मारियुपोल की नाकेबंदी करने वाले रूसी सैनिकों पर कार्रवाई करके उनके ऊपर दबाव बना सकें। इस बीच रूस ने कहा है कि उसके सैनिकों ने बंदरगाह शहर मारियुपोल के शहरी इलाके को यूक्रेनी सैनिकों से अपने कब्जे में कर लिया है। अब यूक्रेन के सैनिकों का एक छोटा साथ जत्था एक स्टील फैक्ट्री में बचा हुआ है।
‘यूक्रेनी सैनिकों को अजोवस्तल प्लांट के इलाके में घेरा’
रूस के इस दावे की अभी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है। अगर रूस का यह दावा सही है तो मारियुपोल यूक्रेन का पहला बड़ा शहर होगा जिस पर 24 फरवरी से शुरू हुए युद्ध में रूसी सेना ने कब्जा किया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रमुख प्रवक्ता इगोर कोनाशेंकोव ने कहा, ‘मारियुपोल के सभी शहरी इलाकों को अब खाली करा लिया गया है। बचे हुए यूक्रेनी सैनिकों को अजोवस्तल प्लांट के इलाके में घेर लिया गया है।’
इगोर ने कहा, ‘अब उनके पास अब केवल बचने का एक ही विकल्प है और वह है कि वे खुद से अपने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर दें।’ उन्होंने दावा किया कि अब तक यूक्रेन के 1464 सैनिक आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इस बीच मारियुपोल में रूसी सैनिकों ने शहर के सभी प्रवेश और निकास बिंदू को बंद कर दिया है और शहर की पुरुष आबादी के बीच ‘घुसपैठ’ अभियान को अंजाम देने के लिए सोमवार से वहां आवाजाही पर भी रोक लगा दी है, जिनमें से कुछ को लामबंद किया जाएगा। मारियुपोल मेयर के सलाहकार पेट्रो एंड्रीशचेंको ने टेलीग्राम पर पोस्ट किया।