रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिया के मुख्य आतिथ्य में बलौदाबाजार भाटापारा जिला मुख्यालय के नगर भवन में महिला सशक्तिकरण सम्मलेन का आयोजन किया गया। श्रीमती भेंडिया ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुसार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के साथ गांव में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। अब महिलाएं केवल चूल्हे-चौके तक सीमित नहीं हैं, बल्कि घर के काम काज के साथ ही आप निर्भरता के मार्ग पर आगे बढ़ रहीं हैं। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके अलावा महिलाओं की स्वतंत्रता और उनके संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम भी उठाए जा रहे हैं।
सम्मेलन में महिला स्व-सहायता समूहों को 82 नग मिनी राइस मिल मशीन प्रदान किया गया। जिसकी प्रति यूनिट लागत मूल्य एक लाख 3 हजार रुपए है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ महिला कोष ऋण योजना के तहत 113 महिला स्व-सहायता समूहों के 30 लाख 12 हजार रूपए से अधिक का ऋण माफ किया गया है। इसके तहत 10 महिला स्व-सहायता समूहों को ऋण माफी का प्रमाण पत्र प्रदान कर किया। राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने बताया कि पिछले साल ग्राम हथबंद एवं करमंदा में दो मिनी राइस मील महिला स्व-सहायता समूहों को दिया गया था। समूह की महिलाओं के समर्पण और मेहनत से सकारात्मक परिणाम सामने आया है। इससे प्रभावित होकर महिला स्व-सहायता समूहों को मिनी राइस मिल स्वीकृत की गई है। इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होगी।
इस अवसर पर पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा, रायपुर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा, पूर्व विधायक जनक वर्मा, जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर, दिनेश यदु, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जुगल किशोर भट्टर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सरिता ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य परमेश्वर यदु सहित बड़ी संख्या में त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।