रायपुर-मुंगेली/ प्रदेश की भाजपा सरकार को अभी सत्ता में आये एक वर्ष भी नहीं हुए और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण मिलने लगा हैं, जिन भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे होना चाहिए वे उन्हें संरक्षण देने में लगे हैं। भाजपा शुरू से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चला प्रदेश में अपनी सरकार बनाने सफल हुई हैं, चाहे केंद्र में भाजपा की मोदी सरकार की बात करें या राज्य में भाजपा पार्टी की, भाजपा ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को बखुबी उठाया। छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के बाद से कई बड़े फैसले लिए गये हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हमेशा कहते हैं कि राज्य में भ्रष्टाचार को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, जिसके चलते उन्होंने कई अहम फैसले भी लिए। पर क्या इस मामले में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा भ्रष्ट सीएमओ अनुभव सिंह का ट्रांसफर कर बचाते हुये मुख्यमंत्री का नाम खराब करने की साजिश चल रही हैं। इस मामले में भी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को संज्ञान लेने की आवश्यकता हैं।
भ्रष्टाचार, शासकीय राशि के गबन और घोटालों की पर्याय बनी मुंगेली नगर पालिका वर्तमान में अपनी बदहाली पर खुद आंसू बहा रही है। मुंगेली नगर पालिका के हाईप्रोफाइल मवेशी बाजार की वसूली राशि के गबन मामले में पुलिस ने अपराध तो दर्ज कर लिया है, जिसके बाद जांच में सीएमओ मोरिस राज सिंह जो कि मुंगेली नगर पालिका के तत्कालीन सहायक राजस्व निरीक्षक थे, और तत्कालीन कैशियर यतेंद्र पांडेय सहित एक अन्य कर्मचारी पंप ऑपरेटर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं। तीनों आरोपी फिलहाल अभी भी जेल में हैं। मामले में आरोपियों के विरुद्ध 420,408,409,467,468,471,201,34 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया हैं। मामले में गिरफ्तार आरोपियों के परिजनों के द्वारा पुलिस जांच में कई तरह के आरोप लगाये जा रहे हैं।
गबन के दोषी सीएमओ अनुभव सिंह डेढ़ माह से छुट्टी में थे और अब बने जोन कमिश्नर…
मवेशी बाजार वसूली राशि के गबन मामले में जब से विभागीय जांच में सीएमओ अनुभव सिंह को भी दोषी, उत्तरदायी बताया गया हैं तब से वे किसी न किसी बहाने से छुट्टी लेते आये हैं। जब इस मवेशी बाजार वसूली में हुए गबन मामले में पुलिस द्वारा पहली गिरफ्तारी 25 जून को की गई तो उसके बाद से डेढ़ माह से अधिक समय से सीएमओ अनुभव अवकाश पर थे, हालांकि अनुभव सिंह के लंबे अवकाश को लेकर मुंगेली में तरह-तरह की चर्चाएं होती रही, दिनांक 22/08/2024 को छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन व विकास विभाग द्वारा सीएमओ का ट्रांसफर लिस्ट जारी किया गया, जिसमें मवेशी बाजार वसूली राशि के गबन के दोषी सीएमओ अनुभव सिंह को बिलासपुर जोन कमिश्नर बना दिया गया, यह आदेश आते ही मुंगेली की जनता में भयंकर आक्रोश देखा गया, तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई, मुंगेलीवासियों ने कहा कि जब भ्रष्टाचार को मुद्दा बना भाजपा सत्ता में आई हैं तो मुंगेली मवेशी बाजार में लाखों-करोड़ों के हुए भ्रष्टाचार पर सरकार गंभीर क्यों नहीं हैं, इस मामले में जब विभागीय जांच में सीएमओ अनुभव सिंह स्पष्ट तौर पे दोषी पाए गए हैं तो उन पर कार्यवाही क्यों अटकी हैं ? मुंगेलीवासियों ने आगे कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त सीएमओ अनुभव सिंह को बचाने शासन-प्रशासन लगा हुआ हैं, ऐसे में विभागीय, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव की कार्यशैली पर भी प्रश्न उठ रहा हैं, जनता के बीच उनकी किरकिरी भी हो रही हैं। इसलिये मुख्यमंत्री को इस मामले तुरंत संज्ञान लेना चाहिए। इधर कांग्रेसी नेताओं ने भी भाजपा सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार और भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने व संरक्षण देने का आरोप लगाया हैं।
विभागीय जांच में पुष्टि फिर भी कार्रवाई में देरी क्यों ? कौन बचा रहा भ्रष्ट सीएमओ अनुभव को….
नगरपालिका में मवेशी बाजार की पंजीयन शुल्क की रसीद में कूटरचना करके बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया है सरकार को राजस्व क्षति पहुंचाकर सिंडिकेट बनाकर लाखों-करोड़ो की राशि का बंदरबांट किया गया हैं। मामले की जाँच में जुटी पुलिस ने अब तक नगरपालिका के 3 अधिकारियों, कर्मचारी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया हैं। नगरीय प्रशासन के उच्च स्तरीय जांच में सीएमओ अनुभव सिंह के खिलाफ दोष स्पष्ट हैं, लेकिन विभागीय कार्रवाई के नाम फाइल अधिकारियों के केबिनों में टेबल-टेबल घूम रही हैं, जिससे शासन प्रशासन भी शक के दायरे में हैं और अब अनुभव सिंह के ऊपर कार्यवाही होने के बजाय ट्रांसफर होने से राज्य शासन पर उंगलियां उठ रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प व सपने को चकनाचूर कर रही राज्य की भाजपा सरकार…
प्रधानमंत्री नरेंद्र ने हाल ही में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया था, इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार का जिक्र किया और इसके खिलाफ लड़ाई जारी रखने का संकल्प दोहराया। पीएम मोदी ने कहा “समाज की मनोरचना में भी बदलाव कभी-कभी चुनौती का कारण बन जाता हैं, देशवासी भ्रष्टाचार के दीमक से परेशान रहा हैं हर स्तर के भ्रष्टाचार ने सामान्य व्यवस्थाओं के प्रति विश्वास तोड़ दिया है, उसको अपनी योग्यता और क्षमता के प्रति जो नुकसान होता है, वो राष्ट्र का नुकसान है.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हमने व्यापक रूप से भ्रष्टाचार के खिलाफ एक जंग छेड़ा है. मैं जानता हूं कि इसकी कीमत मुझे और मेरी प्रतिष्ठा को चुकानी पड़ती है. लेकिन राष्ट्र से बड़ी मेरी प्रतिष्ठा नहीं हो सकती है.”।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ एक स्वच्छ भारत की कल्पना की जा रही तो वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ राज्य की भाजपा सरकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे उनका मनोबल बढ़ा रही।