नई दिल्ली। हनुमान जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार यानी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के मोरबी में भगवान हनुमान की 108 फीट की प्रतिमा का अनावरण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा है, ”हनुमान जयंती के पावन पर्व पर आप सभी को और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। इस पावन अवसर पर आज मोरबी में हनुमान जी की इस भव्य मूर्ति का लोकार्पण हुआ है। देश और दुनिया भर के हनुमान भक्तों और रामभक्तों के लिए बहुत सुखदायी है, आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।”
अजान के वक्त लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ | वनइंडिया हिंदी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, ‘हनुमानजी चार धाम’ परियोजना के हिस्से के रूप में देश भर में चार दिशाओं में बनाई जा रही चार मूर्तियों में से यह दूसरी मूर्ति है। पीएमओ ने एक बयान में कहा कि मूर्ति पश्चिम में मोरबी में बापू केशवानंद जी के आश्रम में स्थापित की गई है।
‘हनुमानजी चार धाम’ परियोजना के तहत 2010 में बनाई गई पहली प्रतिमा पीएमओ ने यह भी जानकारी दी है कि ‘हनुमानजी चार धाम’ परियोजना के श्रृंखला की पहली प्रतिमा उत्तर में हिमाचल प्रदेश के शिमला में 2010 में स्थापित की गई थी। इसे दो साल में पूरा किया गया था और इसे राजस्थान के एक मूर्तिकार ने बनाया है। दक्षिण में रामेश्वरम में तीसरी प्रतिमा पर काम शुरू हो गया है। इस साल 23 फरवरी को 100 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से इसकी आधारशिला रखी गई थी। प्रतिमा का निर्माण हरीश चंदर नंदा एजुकेशन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा।
यह परियोजना 2008 में निखिल नंदा द्वारा शुरू की गई थी, जहां पहली प्रतिमा 2010 में शिमला में बनकर तैयार हुई थी और तब आगंतुकों के लिए खोली गई थी। ओरल केयर उद्योग में लगभग दो दशकों के अनुभव वाले व्यवसायी नंदा प्रतिमा स्थापित कर रहे हैं। भगवान हनुमान के भक्त होने के नाते, वह एचसी नंदा फाउंडेशन के माध्यम से भारत के चारों दिशाओं में सबसे बड़ी हनुमान प्रतिमाओं को स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं। कब मनाई जाती है हनुमान जयंती? बता दें कि हनुमान जयंती का त्योहार भगवान हनुमान के भक्तों द्वारा भगवान की जयंती को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। इस साल भगवान हनुमान का जन्मोत्सव 16 अप्रैल शनिवार को मनाया जा रहा है। हिंदू कैलेंडर के मुताबिक हर साल चैत्र महीने के दौरान पूर्णिमा या पूर्णिमा की रात को हनुमान जयंती मनाई जाती है।