पटना। देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना के नए वेरियंट के मिलने के बाद बिहार के सभी जिलों में कोरोना जांच व टीकाकरण को बढ़ाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों को कोरोना जांच एवं टीकाकरण को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सिविल सर्जनों को कहा कि पूर्व में भी मुंबई में कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद देश के दूसरे इलाकों में कोरोना के मामले बढ़े थे।
ऐसे में सतर्कता रखनी होगी और लगातार कोरोना जांच व टीकाकरण की गति को तेज रखना होगा। उन्होंने सभी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर आरटीपीसीआर जांच किए जाने के निर्देश दिए। श्री अमृत ने शनिवार को राज्य के सभी सिविल सर्जनों के साथ वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। बैठक में उन्होंने बढ़ती गर्मी के कारण बीमारों के इलाज की व्यवस्था को लेकर भी निर्देश दिया।
एईएस के प्रति जागरूकता बढ़ायी जाएगी
बैठक में एईएस प्रभावित सभी 12 जिलों में एईएस के प्रति जागरूकता बढ़ाने का निर्देश दिया गया। श्री अमृत ने कहा कि सभी संबंधित जिलों में दीवार लेखन, एईएस के लक्षणों की जानकारी देने वाले बैनर-पोस्टर इत्यादि के वितरण एवं प्रदर्शन, रेडियो के माध्यम से प्रचार को क्रियान्वित किया जाए। साथ ही, आशा व आंगनबाड़ी केंद्रों की सहायिका व सेविकाओं के माध्यम से भी एईएस के लक्षणों वाले बच्चों की जांच एवं नजदीकी अस्पतालों में आवश्यक इलाज की सुविधा प्रदान की जाए।
जेई टीकाकरण अभियान कैमूर, बेगूसराय व खगड़िया में तेज होगा
सूत्रों ने बताया कि जेई टीकाकरण अभियान कैमूर, बेगूसराय व खगड़िया में तेज किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग ने तीनों जिलों के सिविल सर्जनों को जेई टीकाकरण अभियान से आच्छादित नहीं हुए इलाकों में टीकाकरण तेज करने को कहा। ताकि, बच्चों में बीमारी का असर कम से कम किया जा सके। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह, निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाएं, बिहार व अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।