हरिद्वार। हरिद्वार में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पांच दिवसीय बैठक जारी है। लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर ये बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बैठक में यूपी समेत चार राज्यों के बारे में इस बैठक में चर्चा हो रही है। बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव के साथ 2025 में RSS के स्वर्ण शताब्दी वर्ष का एजेंडा प्रमुख माना जा रहा है।
बीजेपी के संगठन महामंत्री के कामों पर चर्चा
संघ की तरफ से प्रत्येक राज्य में बीजेपी के संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी निभाने वाले प्रचारकों के क्षेत्र में परिवर्तन को लेकर इस बैठक में मंथन होगा। हालांकि इस बारे में कोई फैसला होगा कि नहीं, यह जानकारी 11 अप्रैल को सामने आएगी। यूपी चुनाव से पहले राज्य में लव जिहाद और धर्म परिवर्तन के मामले फोकस में थे। ऐसे ही मामलों को रोकने के लिए RSS धर्म जागरण के एजेंडे को एक बार फिर धार देने में जुट गया है। इसके लिए रास्ता समरसता का होगा।
धर्मांतरण रोकने की तैयारी
पिछड़ी और मलिन बस्तियों पर फोकस बढ़ाने की तैयारी है, जिससे धर्मांतरण रोका जा सके और साथ ही घर वापसी की जमीन तैयार की जा सके। हालांकि हरिद्वार की पिछली बैठक में संघ ने इस पर आक्रामक रुख अपनाया था और लगातार इन आयोजनों का बचाव किया था। संघ प्रमुख से लेकर दूसरे पदाधिकारियों और संघ साहित्य के जरिए घर वापसी को सही ठहराया जा रहा है। हाल में ही नागपुर में हुई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में धर्म जागरण के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी थी।
गांव-गांव शाखाएं लगाएंगी संघ
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ 2024 तक अवध क्षेत्र के हर गांव में संघ की शाखाएं संचालित करेगा। संघ ने गांव-गांव तक शाखाओं के विस्तार के साथ सेवा कार्यों को बढ़ाने की योजना बनाई है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का प्रयास किया जाएगा। संघ का मानना है कि युवाओं को जॉब सीकर की जगह जॉब प्रोवाइडर बनाने की योजना बनानी होगी।