कोलंबो
गेंदबाजी कोच साईराज बहुतुले ने संकेत दिया कि भारत अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को गेंदबाजी का मौका देना जारी रखेगा क्योंकि इससे वह विरोधी टीमों के बल्लेबाजों को चौंका सकता है।
भारत ने श्रीलंका के खिलाफ टाई छूटे पहले एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शुभमन गिल को गेंदबाजी करने का मौका दिया था। इस सलामी बल्लेबाज ने एक ओवर किया जिसमें उन्होंने 14 रन दिए लेकिन बहुतुले का मानना है कि आगे बढ़ने का यही तरीका है।
उन्होंने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि हमारे बल्लेबाज अच्छे गेंदबाज भी हैं। आप जानते हैं कि उनका मुख्य कौशल बल्लेबाजी है, इसलिए कई बार वे अपनी गेंदबाजी पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। लेकिन उनके पास गेंदबाजी करने का कौशल भी है।’’
श्रीलंका ने भी यह रणनीति अपनाई। उसके कप्तान और मुख्य बल्लेबाज चरित असलांका ने 8.5 ओवर फेंके और 30 रन देकर तीन विकेट लिए, जिसमें शिवम दुबे और अर्शदीप सिंह के लगातार गेंद पर लिए गए विकेट भी शामिल हैं जिससे उनकी टीम मैच को टाई करने में सफल रही।
बहुतुले ने इस संदर्भ में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, ‘‘आपने टी20 श्रृंखला में देखा होगा। उसमें रिंकू सिंह और सूर्यकुमार यादव ने गेंदबाजी की थी। इसी तरह से यहां शुभमन को मौका दिया गया। आने वाले दिनों में इस खेल में ऑलराउंडर का महत्व बढ़ने वाला है।’’
बहुतुले ने कहा, ‘‘ऐसे में अगर शीर्ष क्रम से एक या दो (बल्लेबाज) गेंदबाजी कर सकते हैं तो इससे निश्चित रूप से टीम को मदद मिलेगी। यह पिच की स्थिति और परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, अगर कोई बल्लेबाज गेंदबाजी कर सकता है तो यह विपक्षी टीम के लिए चौकाने वाली बात होगी। इसलिए भविष्य में बल्लेबाजों के लिए भी गेंदबाजी करने के पर्याप्त मौके होंगे।’’
बहुतुले ने कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को बीच के ओवरों में साझेदारी निभाने की जरूरत थी। उन्होंने कहा, ‘‘वनडे में टाई होना हमेशा रोमांचक होता है। हमें एक रन लेकर मैच ख़त्म कर देना चाहिए था। फिर भी मेरा मानना है कि हमने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की। बल्लेबाजी में हमने टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया। हमें कुछ साझेदारियां निभानी चाहिए थी जिससे विकेट गिरने के बावजूद हम लक्ष्य तक पहुंच सकते थे।’
बहुतुले ने स्वीकार किया कि श्रीलंका के स्पिनरों पिच से मिल रही मदद का पूरा फायदा उठाया। उन्होंने कहा,, ‘‘मुझे लगता है कि उनके स्पिनरों ने पिच की प्रकृति के हिसाब से अपनी रणनीति पर अच्छी तरह से अमल किया। हमने साझेदारी निभाने की पूरी कोशिश की और शिवम (दुबे) ने भी अच्छी बल्लेबाजी की और योगदान दिया। लेकिन हां हम उस एक रन को बनाने का एक अतिरिक्त प्रयास कर सकते थे।’’