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जया बच्चन ने बीच में उठकर सभापति धनखड़ से सवाल किया कि क्या आपको आज लंच ब्रेक मिला है?, सदन में गूंजे ठहाके

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नई दिल्ली
संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है। राज्यसभा में सपा सांसद जया बच्चन और सभापति जगदीप धनखड़ के बीच मजाकिया अंदाज में शुक्रवार को कई बातें हुईं, जिसके बाद पूरा सदन ठहाके से गूंज उठा। दरअसल, जया बच्चन ने बीच में उठकर सभापति धनखड़ से सवाल किया कि क्या आपको आज लंच ब्रेक मिला है? नहीं मिला न, इसीलिए आप जयराम रमेश का नाम ले रहे हैं। इस दौरान, जब जय बच्चन ने अपना पूरा नाम जया अमिताभ बच्चन कहा तो पूरा सदन हंसने लगा। मालूम हो कि पिछले दिनों राज्यसभा के उप-सभापति हरिवंश ने जया अमिताभ बच्चन कहा था, जिस पर सपा सांसद काफी नाराज हो गई थीं।

राज्यसभा में आज चर्चा के दौरान जया बच्चन बीच में उठीं और सभापति जगदीप धनखड़ से कहा, ''सर, मैं जया अमिताभ बच्चन आपसे कुछ पूछना चाहती हूं।'' इसके बाद संसद में ठहाके लगने लगे। खुद सभापति जगदीप धनखड़ भी खुद की हंसी नहीं रोक सके। जया बच्चन ने जगदीप धनखड़ से पूछा कि क्या आपको आज लंच ब्रेक मिला? नहीं मिला। तभी आप जयराम जी (कांग्रेस सांसद जयराम रमेश) का नाम ले रहे हैं। आप जबतक उनका नाम नहीं लेते, तब तक आपका खाना हजम नहीं होता है।

इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैंने लंच के टाइम लंच नहीं किया, लेकिन उसके बाद लंच जयराम रमेश के साथ ही लंच किया और आज ही किया है। इसके बाद जगदीप धनखड़ ने जया बच्चन से यह भी कहा कि मैं यह सभी को बता दूं कि यह पहला मौका है शायद कि मैं आपका भी फैन हूं और अमिताभ जी का हूं। राज्यसभा के सभापति और जया बच्चन के बीच हुए इस बातचीत के दौरान पूरे सदन में ठहाके लगते रहे।

जब भड़क गई थीं जया बच्चन
इसी मॉनसून सत्र के दौरान राज्यसभा के उप-सभापति हरिवंश पर जया बच्चन भड़क गई थीं। दरअसल, जया बच्चन का नाम लेने के बाद हरिवंश ने अमिताभ बच्चन का भी नाम जोड़ दिया था। उन्होंने कहा था, ''श्रीमती जया अमिताभ बच्चन जी, प्लीज। इस पर जया बच्चन ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सर, सिर्फ जया बच्चन बोलते तो काफी हो जाता। इस पर हरिवंश ने जवाब दिया कि चूंकि यहां पर पूरा नाम लिखा हुआ था, तो वही मैंने रिपीट किया। इस पर जया बच्चन ने आगे कहा कि यह नया तरीका निकला है कि महिलाएं अपने पति के नाम से जानी जाएंगी, उनका कोई अस्तित्व नहीं है। इस पर हरिवंश ने कहा कि यहां पर यही नाम दर्ज था, इसीलिए मैंने कहा।

 

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