सागर
सागर शहर में मंगलवार रात पुलिस कंट्रोल रूम के सामने नेपाल पैलेस इलाके में मां और उसकी दो मासूम बेटियों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। मृतकों के रक्त रंजित शव उनके घर में पाए गए थे। इस जघन्य हत्याकांड ने शहर में सनसनी फैला दी थी।
बता दें कि गुरुवार को इस मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस खुलासे के अनुसार, मृतिका के सगे देवर ने ही भाभी और दोनों भतीजियों की हत्या की थी। इस हत्याकांड की वजह बनी आरोपी की गलत आदतें और उनसे लिया गया कर्ज। आरोपी प्रवेश पटेल को पिता की मौत पर पीडब्ल्यूडी में अनुकंपा नौकरी मिली थी। वह दमोह में क्लर्क है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने किया खुलासा
प्रभारी पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संजीव उईके ने गुरुवार दोपहर तीन बजे पत्रकार वार्ता में इस वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी मंगलवार को दमोह से सागर आया था। उसको रुपये की जरूरत थी तो उसने अपनी दोपहिया गाड़ी गिरवी रखी थी। उसके बाद शाम चार से पांच बजे के दरम्यान वह नेपाल पैलेस कॉलोनी स्थित भाई के घर पहुंचा और भाभी वंदना से पैसों को लेकर उसका विवाद हो गया। इसी विवाद में दोनों के बीच काफी देर तक संघर्ष चला। इसी दौरान आरोपी ने किचन में रखे हंसिए से भाभी के गले, पीठ, पेट पर सात वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई।
आरोपी
भाभी से झड़प के दौरान बड़ी भतीजी आठ वर्षीय अवंती बीच में आई तो आरोपी ने उसकी भी हत्या कर दी। इसके बाद कमरे में जाकर इस हत्यारे ने छोटी भतीजी तीन वर्षीय अन्विका की भी हत्या कर दी। इस नृशंस वारदात को अंजाम देकर आरोपी ने खून से सने कपड़े को छुपाया। वारदात में प्रयुक्त हंसिए को बाथरूम में रखी बाल्टी में डाल दिया।
भाभी की अलमारी खोल उसमें से जेवरात और लगभग 10 हजार रुपये नकद उठाए और अलमारी में रखे भाई के कपड़े पहन बाहर आया और यहां से वापस दमोह चला गया। आरोपी ने लूटे गए जेवरात अपने एक दोस्त जिसका नाम प्रकाश पटेल है, उसकी मदद से बेच दिए तथा गिरवी रखे अपने दोपहिया वाहन को छुड़ाया। एक किराएदार ने शव देख पति विशेष को सूचना दी। जब पति रात में घर पहुंचा, तब वारदात का पता चला।
शादीशुदा है आरोपी
आरोपी प्रवेश की शादी हो गई है, लेकिन बच्चे नहीं हैं। मृतिका के भाई चिराग पटेल ने बताया कि देवर प्रवेश की हरकतों के कारण जीजा और दीदी परेशान थे। तथा उनमें आए दिन विवाद होता रहता था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी प्रवेश जुआ-सट्टा का आदी है। आरोपी ऑनलाइन सट्टा खेलने का शौकीन है। उस पर 10 लाख का कर्ज था, जिसको बड़े भाई ने चुकाया था और इसी को लेकर घर में विवाद होता रहता था।
बताया जा रहा है कि साल 2020 में पीडब्ल्यूडी में पदस्थ पिता की मौत पर आश्रित परिवार को 25 लाख रुपये मिले थे। इसी राशि में से बड़े भाई विशेष ने प्रवेश का 10 लाख रुपये का कर्ज चुका दिया था। प्रवेश भाई से और पैसे मांग रहा था, जिस पर परिवार में विवाद की स्थिति बन गई थी। आरोपी प्रवेश अपनी मां के जरिए भाई से और पैसे मांग रहा था। कई बार सास-बहू में भी इसी बात पर झगड़ा होता था। मंगलवार को दोपहर में प्रवेश अपने भाई विशेष के घर पहुंचा। उस समय विशेष जिला अस्पताल में नौकरी पर था। वंदना और दोनों बेटियां घर में थीं। प्रवेश का भाभी से विवाद हुआ और उसने एक के बाद एक तीनों की हत्या कर दी।