नालंदा.
घटना के संबंध में मृतक के भाई अमन गिरि ने बताया कि बुधवार की रात उनका भाई गांव से 4 किलोमीटर दूर महानंदपुर गांव अर्जुन यादव के यहां पेट दर्द की शिकायत पर दवा देने के लिए गया था। रात्रि करीब 11 बजे पिता ने फोन कर बताया कि सुमन कुमार गिरी घर नहीं लौटा है। उसका फोन भी स्विच ऑफ आ रहा है। वह बिहार शरीफ में रहकर पढ़ाई करता है।
इसके बाद वह रात के करीब 12:00 बजे अस्थावां थाना पहुंचा, जहां उसने अपने भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन उसकी शिकायत लेने से पुलिस के द्वारा इनकार कर दिया गया और न ही पुलिस उसके भाई की खोजबीन के लिए थाने से निकली। रातभर खोजबीन करने के उपरांत जब राजेश गिरी का कहीं अता पता नहीं चला तो एक बार फिर से वह ग्रामीणों के साथ अलसुबह करीब 3:00 बजे अस्थावां थाना भाई की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराने पहुंचा तो थाने में मौजूद पुलिस पदाधिकारी के द्वारा गाली गलौज करते हुए भगा दिया गया।
फिरौती हेतु अपहरण और हत्या की आशंका
अमन गिरी ने आशंका व्यक्त करते हुए बताया कि उसके भाई की फिरौती हेतु रास्ते में अपहरण कर लिया गया। जब वह अपराधियों को पहचान गया होगा तो उन लोगों ने उसकी हत्या कर शव को सड़क किनारे गड्ढे में फेंक दिया।
पिता गांव में 10 साल से चल रहें क्लीनिक
सुमन कुमार गिरी के पिता राजेश कुमार गिरी गांव में 10 सालों से क्लीनिक चला रहे हैं। वह पेशे से आरएमपी डॉक्टर हैं। उनके डॉक्टरी के पेशे में सुमन गिरी भी सहयोग करता था। सुमन तीन भाइयों में सबसे छोटा था।
शव मिलने पर किया सड़क जाम
सुमन गिरी की खोजबीन के क्रम में गांव से ही 300 मीटर दूर उसका शव सड़क किनारे गड्ढे में और मोटरसाइकिल शव से करीब 12 फीट की दूरी पर बरामद की गई। जैसे ही शव पर ग्रामीणों की नजर पड़ी तो मामले का खुलासा हुआ। शव को देख परिजन उग्र हो गए और शव को सड़क पर रख वरीय पदाधिकारी को घटनास्थल पर बुलाने की मांग करते हुए जाम कर दिया।
चार थानों की पहुंची पुलिस
शव मिलने एवं सड़क जाम की सूचना पर अस्थावां थाना, सारे थाना, मानपुर थाना एवं बिन्द थाना की पुलिस मौके पर पहुंच कर आक्रोशितों को समझाने बुझाने के प्रयास में जुट गई है। फिलहाल स्थिति तनाव पूर्ण बनी हुई है। वहीं इस मामले में अस्थावां थाना अध्यक्ष शशि कुमार ने बताया कि युवक की हत्या करने का मामला सामने आया है। पुलिस टीम मौके पर पहुंच मामले की जांच में जुट गई है।