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हिमाचल में बारिश से भारी तबाही, शिमला, कुल्लू और मंडी में फटे बादल; 22 लापता

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नईदिल्ली  
दिल्ली समेत देश के कई शहरों से बारिश से बर्बादी की खबरें आ रही हैं. देश के बड़े इलाकों में मॉनसूनी आफत बरस रही है. दिल्ली में कल (31 जुलाई) रिकार्डतोड़ बारिश हुई है, आज भी भारी बारिश का अनुमान है. हिमाचल में कुल्लू और शिमला जिले के करीब बादल फटा है, इसमें करीब 19 लोग लापता बताए जाते हैं. उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में भी बादल फटने की घटना हुई है और केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड में मरने वालों का आंकड़ा 256 पहुंच गया है. यानी मैदान से पहाड़ों तक बारिश का कहर जारी है.

कुल्लू और मंडी में बादल फटने से कोहराम

हिमाचल प्रदेश के दो जिलों में बादल फटने से भारी तबाही की खबर है. बादल फटने की घटना कुल्लू और मंडी जिले में हुई है. कुल्लू के रामपुर क्षेत्र के समेज स्थित एक पॉवर प्लांट प्रोजेक्ट के 19 लोग बादल फटने के बाद से लापता हैं.  20 से ज्यादा मकान जमींदोज हो गए हैं और कई गाड़ियां बह गईं हैं, इलाके का स्कूल भी बाढ़ में बह गया. वहीं मंडी जिले में बादल फटने के बाद एक शव बरामद हो चुका है जबकि नौ लोग लापता हैं. मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट किया है. मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं.

कई लोग लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन मुश्किल

एयरफोर्स के साथ एनडीआरएफ से भी मदद की मांग की गई है. थलटूखोड में फंसे हुए लोगों तक पहुंच पाना संभव नहीं हो पा रहा है इसलिए अब एयरफोर्स और एनडीआरएफ की मदद से लोगों को निकाला जाएगा. हिमाचल प्रदेश के शिमला और कुल्लू जिला के रामपुर से सटे पंद्रह बीस इलाकों में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. जानकारी के मुताबिक श्रीखंड की पहाड़ियों पर नैन सरोवर के आसपास बादल फटने से कुर्पण, समेज़ और गानवी खड्ड में भयंकर बाढ़ आई है. शिमला जिले के गानवी और कुल्लू जिले के बागीपुल बाज़ार में नाले में उफान से तबाही हुई है.

घंसाली में बादल फटने से तबाही, एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत

उत्तराखंड में मंगलवार से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. टिहरी में पहले भारी बारिश हुई और उसके बाद बादल फट गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई. केदारनाथ मार्ग पर भी बादल फटा और नेशनल हाईवे का एक हिस्सा सैलाब की भेंट चढ़ गया. इसके अलावा हरिद्वार, नैनीताल और बागेश्वर से भी जल प्रलय की तस्वीरें सामने आ रही हैं.

टिहरी जिले के घंसाली केदारनाथ मोटर मार्ग पर जखनियाली के पास बादल फटने से दो लोग मलबे में जिंदा दफन हो गए और एक अन्य लापता है. घंसाली के जखनयाली गांव में कल देर रात हुई आपदा की घटना के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जखनियाली निवासी प्रधान प्रतिनिधि दीपक श्रीयाल से फोन के माध्यम से बात कर स्थिति का जायजा लिया. सीएम में कहां कि वह सभी अधिकारियों से बात कर आवश्यक निर्देश दे रहे हैं. जखनियाली आपदा में अब तक एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई वहीं एक साधु अभी भी लापता बताया जा रहा है.

कुल्लू में नदी में समा गई पूरी इमारत

कुल्लू में भारी बारिश के बाद व्यास और पार्वती नदी उफान पर हैं. जिसका असर वहां किनारे बसे इलाकों पर दिख रहा है. व्यास नदी की उफनती लहरों ने एक निर्माणाधीन इमारत को जमींदोज कर दिया. नदी में उफान के बाद कुल्लू-मनाली NH 3 बाधित हो गया है.

ग्रेटर नोएडा में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत

ग्रेटर नोएडा में भी बारिश से कहर जारी है. दादरी कस्बे में बारिश के बाद बड़ा हादसा हुआ. यहां दीवार गिरने से एक महिला और पुरुष की मौत हो गई. बारिश के बाद अचानक गिरी दीवार से दो लोगों की मौत हो गई, फिलहाल मौके पर पुलिस पहुंच गई है और जांच जारी है.

भरभरा कर गिरी रेलवे की पुरानी बाउंड्री वॉल

बारिश के चलते उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रामबाग में रेलवे की पुरानी बाउंड्री वॉल भरभरा कर गिर गई. बाउंड्री वॉल गिरने की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. करीब 14 फीट ऊंची बाउंड्री वॉल गिरने से कई वाहन मलबे के नीचे दब गए. बाउंड्री वॉल गिरने से बिजली का खंबा भी क्षतिग्रस्त हो गया.

राज्य सरकार की अपील पर सेना बचाव अभियान में जुटी है। सेना, नेवी और एनडीआरएफ की टीमें फिलहाल सघन अभियान चला रही हैं, लेकिन मलबे में दबे लोगों को निकालना आसान नहीं है। खासतौर पर बारिश जारी रहने के चलते मुश्किल हो रही है। कुछ गांव ऐसे हैं कि बाढ़ के चलते उनसे संपर्क ही कट गया है। सेना के प्रवक्ता ने बयान जारी कर बताया कि मुंडक्काई और आसपास के इलाकों में सैनिक जुटे हैं। अब तक करीब 1000 लोगों को बचाकर सेना ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इसके अलावा वायुसेना के हेलिकॉप्टरों को इलाके के सर्वे में लगाया गया है।

उन इलाकों में सेना अस्थायी पुल भी बना रही है, जहां से संपर्क कट गया है। एक रेडीमेड पुल को तो वायुसेना के सी-17 एयरक्राफ्ट के जरिए दिल्ली से कन्नूर ले जाया गया है। इसके अलावा तीन सर्च और रेस्क्यू डॉग भी ले जाए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने आपदा के बाद से गायब लोगों की लिस्ट जारी की है। इन लोगों में सबसे कम उम्र का आदम सायन है, जिसकी उम्र 14 साल है। वहीं सबसे बुजुर्ग 85 साल के अब्दुर्रहमान मुसलियार हैं, जिनकी आयु 85 साल है।  लापता लोगों उत्तर प्रदेश के भी 4 लोग हैं- जिनमें से 2 के नाम पिंटू चौहान और बॉबी चौहान हैं। इसके अलावा ओडिशा के स्वाधीन पांडा भी लापता हैं।  

मंडी के जिलाधीश अपूर्व देवगन भी घटना स्थल में राहत एवम बचाव कार्यों के लिए रवाना हो गए हैं। हालांकि भारी वर्षा के कारण सड़क मार्ग भी अवरूद्ध हो गए हैं। शिमला के रामपुर में बादल फटने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। बीती रात समेज खड्ड में आये सैलाब ने आसपास के गांवों में तबाही का मंजर ला दिया। वीरवार तड़के बादल फटने की सूचना मिलने के बाद उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी भी रवाना हो गए है। एस डी आर एफ की टीम भी मौके पर पहुंच रही है।

उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से 19 लोगों के लापता होने की जानकारी है। एसडीएम रामपुर  निशांत तोमर घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं। सड़क कई जगह बंद होने के कारण उन्हें  दो किलोमीटर पैदल ही उपकरणों के साथ रास्ता तय करना पड़ा

अनुपम कश्यप ने कहा कि राहत कार्य तुरंत आरंभ कर दिया है। आईटीबीपी, स्पेशल होम गार्ड की टुकड़ी भी रेस्क्यू दल में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू कार्यों में सारी टीमें एक जुट होकर कार्य कर रही है। एंबुलेंस सहित सभी आधारभूत सुविधाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल की गई है। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर दिया गया है जिसमें पुलिस, होम गार्ड, अग्निशमन दल, सुन्नी डैम प्रबंधन सहित अन्य विभागों  को शामिल किया गया। श्रीखण्ड की पहाड़ियों में बादल फटने से आया सैलाब, कुल्लू जिला में भी हुआ नुकसान.

कुल्लू में बहे कई घर
कुल्लू जिला में आधी रात से हो रही जोरदार भारी बारिश से नदी नालों के जलस्तर में हुई भारी बढ़ोतरी हुई है। मलाणा में पॉवर प्रोजेक्ट 1 का डैम फटा। डैम फटने से सड़के पुल  जमीनों को हुआ भारी नुकसान। पार्वती नदी में भारी बाढ़ से भुंतर के आसपास लोगों को अलर्ट जारी किया गया। कुल्लू जिला के बागीपुल में बाढ़ से हुई भारी त्रासदी हुई है। कई घर बह गए हैं।

शिमला के रामपुर क्षेत्र में जहां बाढ़ से तबाही हुई, वो इलाका कुल्लू जिला से सटा है। जानकारी अनुसार श्रीखण्ड की पहाड़ियों में बादल फटने से कुर्पण,समेज़ और गानवी खड्ड में आई भयंकर बाढ़ ने तबाही का मंजर लाया। करीब दो दर्जन मकान एवं कई गाड़ियों के भी बहने की सूचना है। जानकारी अनुसार स्कूल भवन और औषधालय भी बाढ़ में बहे।  शिमला जिला के गानवी और कुल्लू जिला के बागीपुल बाज़ार में साथ में बहती खड्ड ने भी तबाही मचाई और कई भवन क्षतिग्रस्त हो गए  श्रीखंड की पहाड़ियों पर नैन सरोवर के आसपास बादल फटने से तीन खड़ो यानी छोटी नदियों में पानी का बहाव बढ़ा जिस से नीचे आकर बाढ़ का रूप धारण किया। सैलाब से मलाणा प्रोजेक्ट डैम दो को भी नुकसान पहुंचा है।

5 अगस्त तक भारी वर्षा का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे भी राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। पांच अगस्त तक राज्य में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

प्रदेश में 36 फीसदी कम बरसात
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 27 जून को मानसून के दस्तक देने से लेकर अब तक सामान्य से 36 फीसदी कम बारिश हुई है। लाहौल-स्पीति में सामान्य से 79 फीसदी कम, किन्नौर में 49 फीसदी, उना में 47 फीसदी, चंबा में 45 फीसदी, हमीरपुर में 41 फीसदी, सिरमौर में 44 फीसदी, सोलन में 43 फीसदी, बिलासपुर व कुल्लू में 31 फीसदी, कांगड़ा में 15 फीसदी, मंडी में 17 फीसदी और शिमला में 14 फीसदी कम बारिश हुई है।

मानसून सीजन में बारिश से 114 घर क्षतिग्रस्त
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान बारिश व भूस्खलन की वजह से 114 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें 19 घर पूर्ण रूप से ध्वस्त हुए, जबकि 95 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा पांच दुकानें व 87 पशुशालाएं भी धराशायी हुईं। राज्य में मानसून सीजन में 433 करोड़ की संपति को नुकसान पहुंचा है। इसमें लोकनिर्माण विभाग को 189 करोड़ की क्षति हुई है। पिछले करीब एक माह में राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में 131 लोगों की मौत हुई है। इसमें सड़क हादसों में 66 लोगों की जान गई। जबकि 65 मौतें उंचाई से फिसलने, डूबने व बहने, करंट व सर्पदंश से हुई हैं।

 

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