रायपुर
छत्तीसगढ़ सरकार ने मितान योजना का नाम बदल दिया है। भूपेश बघेल की सरकार में शुरू की गई मितान योजना का नाम अब मोर संगवारी कर दिया गया है। इसके संबंध में नगरीय प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। हालांकि योजना के तहत मिलने वाली सुविधाओं और शर्तों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ये पहला मौका नहीं है जब सरकार ने भूपेश बघेल सरकार के कार्यकाल में लिए गए फैसलों को बदला हो। इससे पहले भी सरकार ने कई योजनाओं के नाम बदले थे।
घर बैठे मिलती हैं 27 सुविधाएं
मितान योजना के अतंर्गत लोगों को शासकीय सुविधाएं घर बैठे मिलती थी। अब इसे मितान की जगह मोर संगवारी कर दिया गया है। इस योजना के लिए ऐप भी जारी कर दिया गया है। उप मुख्यमंत्री और राज्य के नगरीय प्रशासन विभाग के मंत्री अरुण साव ने हाल ही में चार नई नगरपालिकों में इस योजना का विस्तार किया था। मंदिर हसौद, बांकी मोंगरा, लोरमी और पंडरिया नगरपालिका के लोगों को भी अब इस सुविधा का लाभ मिलेगा।
भूपेश बघेल ने शुरू की थी योजना
छत्तीसगढ़ में मितान योजना की शुरुआत कांग्रेस की सरकार में हुई थी। तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल ने 22 अप्रैल 2022 को मितान योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत लोगों को घर बैठे कई सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है।
किन सुविधाओं का मिलता है लाभ
इस योजना के जरिए लोग जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह पंजीयन, दुकान एवं स्थापना पंजीयन, राशन कार्ड, आधार कार्ड, आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र, असंगठित कर्मकार पंजीयन एवं सुधार पैन कार्ड का पंजीयन एवं सुधार सहित 27 प्रकार की सुविधाएं घर बैठे मिलती हैं। इसके लिए आम लोगों को ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं। इन लोगों को इस योजना का लाभ लेना है वह लोग घर बैठे टोल-फ्री नंबर 14545 में कॉल कर इसके बारे जानकारी ले सकते हैं।
सिर्फ नाम बदला है शर्ते नहीं
मितान योजना का नाम बदलकर मोर संगवारी किया गया है। इस योजना के नाम में बदलाव किया गया है। बाकी इस योजना की शर्तों और सुविधाओं में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। लोगों को पहले की तरह ही इस योजनाओं में सुविधाओं का लाभ मिलता रहेगा।