नई दिल्ली। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा का आज स्थापना दिवस (BJP Foundation Day) है। स्थापना दिवस को लेकर पार्टी की तरफ से कई तरह की तैयारियां की गई हैं। पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
तीन वजहों से महत्वपूर्ण स्थापना दिवस
पीएम मोदी ने कहा कि स्थापना दिवस तीन वजहों से बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। पहला- देश की आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। दूसरा कारण- तेजी से बदलती वैश्विक परिस्थितियां, बदलता हुआ ग्लोबल ऑर्डर। इसमें भारत के लिए लगातार नई संभावनाएं बन रही हैं। तीसरा कारण- कुछ समय पहले चार राज्यों में भाजपा की डबल इंजन सरकार वापस लौट गई हैं। तीन दशकों बाद राज्यसभा में किसी पार्टी की संख्या 100 पर पहुंची है।
परिवारवाद को लेकर मोदी का निशाना
मोदी ने परिवारवाद को लेकर विरोधी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारे लिए राजनीति और राष्ट्रनीति साथ साथ चलते हैं, लेकिन ये भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है। एक राजनीति है परिवारभक्ति की, और दूसरी है राष्ट्रभक्ति की। परिवारवादी पार्टियों ने देश के युवाओं को भी कभी आगे नहीं बढ़ने दिया, उनके साथ हमेशा विश्वासघात किया है। आज हमें गर्व होना चाहिए कि आज भाजपा ही इकलौती पार्टी है जो इस चुनौती से देश को सजग कर रही है, सतर्क कर रही है।
केंद्रीय स्तर पर और अलग अलग राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं। परिवारवादी सरकारों में परिवार के सदस्यों का स्थानीय निकाय से लेकर संसद तक में दबदबा रहता है। ये लोग भले ही अलग अलग राज्यों में हो, लेकिन परिवारवाद के तार से जुड़े रहते हैं। एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढककर रखते हैं।
दशकों तक हुई वोटबैंक की राजनीति
मोदी ने कहा कि हमारे देश में दशकों तक कुछ राजनीतिक दलों ने सिर्फ वोटबैंक की राजनीति की। कुछ लोगों को ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसाकर रखो, भेदभाव-भ्रष्टाचार ये सब वोटबैंक की राजनीति का साइड इफेक्ट था, लेकिन भाजपा ने इस वोटबैंक की राजनीति को ना सिर्फ टक्कर दी है, बल्कि इसके नुकसान, देशवासियों को समझाने में भी सफल रही है।
गरीबों के लिए काम करना भाजपा के मूल संस्कार
आज देश में ऐसी सरकार है जिसकी वैचारिक निष्ठा अंत्योदय में है। गरीबों, दलितों, पिछड़ों, महिलाओं के हितों के लिए, उनके उत्थान के लिए काम करना, ये हमारी पार्टी के मूल संस्कार हैं। इसलिए आज गरीबों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के साथ ही महिलाएं भाजपा के पक्ष में खड़ी हुई हैं, वो नए युग की ताकत का प्रतिबिंब है। पिछले कई चुनावों में हमने लगातार देखा है, भाजपा का विजय तिलक करने के लिए सबसे आगे हमारी माताएं-बहनें आती हैं। ये केवल एक चुनावी घटना भर नहीं है। ये एक ऐसा सामाजिक और राष्ट्रीय जागरण है जिसका इतिहास में विश्लेषण किया जाएगा।
देश के विकास के लिए कर रहे दिन-रात काम
पीएम ने आगे कहा कि आज पूरी दुनिया देख रही है कि इतने मुश्किल समय में भारत 80 करोड़ गरीबों, वंचितों को मुफ्त राशन दे रहा है। 100 साल के इस सबसे बड़े संकट में गरीब को भूखा न सोना पड़े, इसके लिए केंद्र सरकार करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है। सबका साथ, सबका विकास के मंत्र के साथ हम सबका विश्वास प्राप्त कर रहे हैं। देश के विकास के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं।
कुछ समय पहले ही देश ने 400 बिलियन डॉलर यानि तीस लाख करोड़ रुपए के उत्पादों के निर्यात का लक्ष्य पूरा किया है। कोरोना के इस समय में इतना बड़ा लक्ष्य हासिल करना, भारत के सामर्थ्य को दिखाता है। बीते वर्षों में देश ने ये देखा कि अपने नागरिकों का जीवन आसान बनाना भाजपा सरकारों की, डबल इंजन सरकार की प्राथमिकता रही है। गरीबों को पक्के घर से लेकर शौचालय के निर्माण तक, आयुष्मान योजना से लेकर उज्ज्वला तक, हर घर जल से लेकर हर गरीब को बैंक खाते तक ऐसे कितने ही काम हुए हैं, जिनकी चर्चा में कई घंटे निकल सकते हैं।
देश के पास नीतियां और नीयत भी हैं
हमारी सरकार राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम कर रही है। आज देश के पास नीतियां भी हैं, नियत भी है। आज देश के पास निर्णयशक्ति भी है, और निश्चयशक्ति भी है। इसलिए, आज हम लक्ष्य तय कर रहे हैं, उन्हें पूरा भी कर रहे हैं। आज दुनिया के सामने एक ऐसा भारत है जो बिना किसी डर या दबाव के, अपने हितों के लिए अडिग रहता है। जब पूरी दुनिया दो विरोधी ध्रुवों में बंटी हो, तब भारत को ऐसे देश के रूप में देखा जा रहा है, जो दृढ़ता के साथ मानवता की बात कर सकता है।