भोपाल
वन, पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत ने पर्यावरण के प्रति जन-जागरूकता के लिये प्रभावी प्रचार-प्रसार करने के मंत्रालय में पर्यावरण विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अधिकारी प्रतिबद्धता से अपने कार्यों का निर्वाहन करे। मंत्री रावत ने पर्यावरण विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और एप्को के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की।
मंत्री रावत ने विभागीय रिक्त पदों की पूर्ति के लिये प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि रिक्त पदों की पूर्ति के लिये कैबिनेट से मंजूर कराने के लिये प्रेसी तैयार करे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कार्यालय स्थापित करने के लिये कार्य योजना तैयार की जाये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश में फैक्ट्रियों और कारखानों होने वाली घटनाओं की सूची तैयार करे और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिये प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इस पर समुचित कार्रवाई करे। मंत्री रावत ने कहा कि प्रदेश के उद्योग, अस्पताल, होटल, मेरिज गार्डन इत्यादि की एनओसी देने के उपरांत उन स्थानों का निरीक्षण भी किया जाये। जिससे पर्यावरण प्रदूषण की स्थिति निर्मित न हो। जिससे जन हानि रोकी जा सके, इन कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि जिन उद्योगों के द्वारा नियमानुसार पर्यावरण-प्रदूषण के तहत कमी पाई जाती है, ऐसे उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई करने के अधिकारियों का निर्देश दिये। मंत्री रावत ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक, कैरी बैग पर बैन लगाने के लिये भी कहा।
वन, पर्यावरण राज्यमंत्री दिलीप सिंह अहिरवार ने कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन के लिये बेहतर कार्य करने की जरूरत है।
बैठक में पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं एप्को के अधिकारी उपस्थित थे।