गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर पर तैनात पीएसी जवानों पर रविवार की शाम हमला करने वाले कैंट क्षेत्र स्थित सिविल लाइंस निवासी अहमद मुर्तजा के मददगारों-करीबियों की पूछताछ के लिए धरपकड़ शुरू हो गई है। मुर्तजा को महराजगंज से बाइक पर बैठाकर गोरखनाथ मंदिर के निकट छोड़ने के दो आरोपितों को एटीएस ने उठाया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं गोरखपुर पुलिस ने भी आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। अहमद मुर्तजा अब्बासी 2 अप्रैल को नेपाल चला गया था। वहां से लौटकर रविवार की देर शाम उसने गोरखनाथ मंदिर मुख्य द्वार पर तैनात पीएसी के जवानों पर प्राणघातक हमला कर दिया। दोनों को गंभीर रूप से घायल करने के बाद उत्पात मचा रहे मुर्तजा को पुलिस कर्मियों ने धर दबोचा। इस सनसनीखेज घटना की जांच मिलने के बाद एटीएस ने ताबड़तोड़ दबिश शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्राथमिक जांच में मालूम हुआ है कि नेपाल भागे मुर्तुजा को महराजगंज से बाइक पर बैठाकर दो युवकों ने गोरखनाथ मंदिर के निकट छोड़ा था। इतना ही नहीं नेपाल सीमा पर ही मुर्तुजा ने बांकी भी खरीद ली थी। यह मामला संज्ञान में आने पर एटीएस ने दोनों मददगारों को उठा लिया है और उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों का यह भी कहना है कि पुलिस की टीमें भी आधा दर्जन से अधिक लोगों हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही हैं।
पहले से ही तलाश रही थी एटीएस: गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसी जवानों पर धारधार हथियार से हमले का आरोपी मुर्तजा अहमद अब्बासी के पिता मुनीर अहमद अब्बासी का दावा है कि 2 अप्रैल को ही उनके घर एटीएस की टीम पहुंची थी।
पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ा
गोरखनाथ मंदिर मुख्य गेट पर सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमले के बाद पकड़े गए मुर्तजा की पहचान होने पर पुलिस टीम उसके पार्क रोड स्थित आवास पर पहुंची। पुलिस उसके माता-पिता, दो चाचा और चालक को पूछताछ के लिए साथ लेकर गई। देर रात तकरीबन दो बजे पूछताछ के बाद उनको घर भेज दिया गया।