चम्बा
अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेला-2024 का विधिवत शुभारंभ 28 जुलाई को होगा, जिसमें राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल भाग लेंगे। राज्यपाल सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर श्रीलक्ष्मी नारायण को मिंजर अर्पित करने के बाद सुबह 10 बजे चम्बा के ऐतिहासिक चौगान में मेले का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद शाम को पहली सांस्कृतिक संध्या में मुख्यातिथि के रूप में शामिल होंगे। उनका रात्रि ठहराव परिधि गृह चम्बा में रहेगा और 29 जुलाई को वह श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर की पूजा के बाद कांगड़ा के लिए रवाना होंगे। वहीं विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया 29 जुलाई को दूसरी सांस्कृतिक संध्या के मुख्यातिथि होंगे। वह 30 जुलाई को सिहुंता के लिए रवाना होंगे और 31 जुलाई को शिमला के लिए प्रस्थान करेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान
मिंजर मेला के दौरान सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं। चम्बा शहर और चौगानों में 40 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं। इन कैमरों की निगरानी के लिए एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। पुलिस ने शहर और जिला की सीमाओं पर सुरक्षा को कड़ा कर दिया है और अतिरिक्त चैकपोस्ट स्थापित की हैं। विशेष ध्यान जम्मू-कश्मीर और पंजाब की सीमाओं पर रखा जा रहा है। पुलिस ने शहर में टुकड़ियों में गश्त बढ़ा दी है और मेले के दौरान शराब और अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री और सेवन पर नजर रखी जाएगी।
मिंजर के तुंरत बाद मणिमहेश यात्रा के भी किए जा रहे प्रबंध
जिला में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी एक साथ 2 बड़े उत्सव होने जा रहे हैं। इनमें से मिंजर मेला अंतराष्ट्रीय स्तर का है तो मणिमहेश यात्रा में देशभर से तीर्थयात्री चम्बा का रुख करते हैं। सुरक्षा के मुद्दे पर पुलिस अधिकारी दोनों आयोजनों को लेकर निरंतर बैठकें कर रहे हैं और प्लान भी तैयार किए जा रहे हैं। मुख्य मार्ग से चम्बा की सीमा में दाखिल होने वाले सभी वाहनों की चैकिंग का बंदोबस्त किया जा रहा है, जबकि जम्मू-कश्मीर की सीमा से जुड़े चम्बा के क्षेत्र पर सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए जा रहे हैं।
1998 में चम्बा में हुआ था आतंकवादी हमला
उल्लेखनीय है कि मिंजर मेले के दौरान 1998 में चम्बा में आतंकवादी हमला हुआ था। इस भीषण नरसंहार में आतंकवादियों ने 35 लोगों की हत्या कर दी थी और कुछ लोगों को बंधक बनाकर अपने साथ ले गए थे।