नई दिल्ली
लोकसभा की कार्यवाही के दौरान गुरुवार को स्पीकर ओम बिरला ने नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू से कहा कि वह देखें कि आखिर हवाई यात्रा के टिकट बुकिंग के दौरान अचानक क्यों बढ़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह ऐसा मु्द्दा है, जो बेहद गंभीर है और चिंता बढ़ाने वाला है। दरअसल डीएमके के सांसद दयानिधि मारन ने इसे लेकर एक सवाल उठाया था, जिस पर बोलते हुए लोकसभा स्पीकर ने यह बात कही। दयानिधि मारन ने नायडू से सवाल करते हुए कहा था कि हवाई किराये बुकिंग के दौरान आखिरी समय में अचानक ही बढ़ जाते हैं। यह बड़ी चिंता की बात है।
दयानिधि मारन ने कहा, 'मैं कई बार चेन्नै दिल्ली का रिटर्न टिकट बुक करता हूं। एक बार विस्तारा एयरलाइंस से मैं टिकट बुक कर रहा था तो एक तरफ का 33 हजार रुपये दिखा रहा था। इसके बाद जब बुकिंग के लिए आगे बढ़ा तो एक एरर शो किया और फिर उसके बाद पेमेंट से पहले टिकट का दाम 93 हजार रुपये बताने लगा।' इस तरह अचानक ही हवाई किराया तीन गुना अधिक हो गया। उन्होंने कहा कि एयरलाइन कंपनी टाटा की है और जिस सॉफ्टवेयर से मैं बुक कर रहा था, वह भी टाटा की है। ऐसा शायद इसलिए होगा क्योंकि टाटा सॉफ्टवेयर के मामले अपने एकाधिकार का इस्तेमाल करता है। ऐसा अकसर होता है।'
उन्होंने यह भी कहा कि यह मसला डीजीसीए के तहत नहीं आता है। इसकी वजह यह है कि डीजीसीए का काम यह देखना है कि एयरलाइन कैंसलेशन और रिशेड्यूल की क्या स्थिति है। मारन ने कहा कि इस मामले की तो जांच करने की जरूरत है क्योंकि टाटा की इस सेक्टर में मोनोपोली यानी एकाधिकार है। इस पर बीच में दखल देते हुए ओम बिरला ने कहा कि मंत्री जी इस पर ध्यान दें। उन्होंने कहा, 'सांसद ने गंभीर मसला उठाया है। यह चिंताजनक बात है और कई सांसद इसे उठा चुके हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।'
इस पर उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने भरोसा दिया कि मामले की गंभीरता से जांच कराएंगे। राममोहन नायडू ने कहा, 'हम इस मामले की गंभीरता से जांच कराएंगे। डीजीसीए पैसेंजर्स का ध्यान देता है, लेकिन उसकी एक टैरिफ मॉनिटरिंग यूनिट भी है। इसके अलावा हम यह तय करेंगे कि भविष्य में इस तरह के मामले सामने न आएं।' एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए राममोहन नायडू ने कहा कि भारत में करीब 800 एयरक्राफ्ट हैं, जिनमें से 120 फिलहाल नहीं चल रहे हैं। इसकी वजह है कि उनके इंजन में कुछ दिक्कतें हैं।