मास्को
पीएम मोदी की मास्को यात्रा से बौखलाए यूक्रेन के हैकरों ने बहुत गिरी हुई हरकत की है। यूक्रेन के हैकरों ने 15 जुलाई को भारत और रूस दोस्त की मिसाल कहे जाने वाले एस 400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की बेहद गोपनीय डिटेल को लीक करने का दावा किया है। इसका खुलासा ऐसे समय पर किया गया है जब पीएम मोदी के दबाव के बाद रूस ने भारत को एस 400 सिस्टम की 400 किमी तक मार करने वाली मिसाइल की सप्लाई शुरू कर दी है। रूस ने इस सौदे का पूरा डिटेल भारत को ईमेल करके भेज दिया था। इस ईमेल को यूक्रेन के हैकरों ने इंटरनैशनल इंटेलिजेंस कम्युनिटी इनफार्मनापाल्म की मदद से इस ईमेल को हैक कर लिया और भारत को भेजे जाने वाले कई हथियारों की डिटेल को हासिल कर लिया। अब यूक्रेनी हैकरों ने इस बेहद संवेदनशील सूचना को सार्वजनिक करने का दावा किया है जिसका फायदा चीन और पाकिस्तान जैसे भारत के दुश्मन उठा सकते हैं। हालांकि अभी तक यूक्रेनी हैकरों के इस दावे की भारत या रूस ने पुष्टि नहीं की है।
इससे पहले पीएम मोदी की रूस यात्रा के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की बुरी तरह से भड़क उठे थे और उन्होंने कहा था कि भारतीय प्रधानमंत्री खूनी हत्यारे के गले लग रहे हैं। रूस ने इस यात्रा से ठीक पहले यूक्रेन के बच्चों के हॉस्पिटल पर बड़ा हमला किया था जिसमें कई बच्चे मारे गए थे। पीएम मोदी की इस यात्रा का बदला लेने के लिए यूक्रेनी हैकरों ने InformNapalm की मदद से भारत और रूस के बीच हथियारों की डील को सार्वजनिक कर दिया। इसमें एस 400 सौदे की हर डिटेल भी शामिल है। इसमें भारत ने कितनी मिसाइलें खरीदीं और क्या-क्या उपकरण खरीदे गए, सबकुछ सार्वजनिक कर दिया गया है।
चीन और पाकिस्तान को मिली एस 400 डील की जानकारी
भारत ने साल 2018 में एस 400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के लिए समझौता किया था। इसे भारत और रूस के बीच रक्षा संबंधों की दिशा में बड़ा कदम करार दिया गया था। यह पूरा सौदा 5 अरब डॉलर का है। अभी भारत को 3 एस 400 डिफेंस सिस्टम मिल गए हैं और यूक्रेन युद्ध की वजह से रूस को बाकी बचे दो और एस 400 को देने में बाधा आ रही है। रूस अब इसे अगले साल तक देने की बात कह रहा है। रूस ने भारत को इस सिस्टम को चलाने के लिए ट्रेनिंग दी है। रूस भारत को सबसे ज्यादा हथियार देता है और इस सूचना के लीक होने से उसकी सुरक्षा प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
यूक्रेनी हैकरों ने एस 400 की मिसाइलों संख्या, सभी उपकरणों के कोड और यहां तक उसके कल पुर्जों तक की जानकारी को सार्वजनिक करने का दावा किया है। इसमें यह भी बताया गया है कि रूस की ओर से भारत को कितने तरीके की मिसाइलों को दिया जाएगा। इसमें एक ईमेल व्लादिमीर चेरवाकोव का है जिसमें एस 400 की डिविजन के बारे में है। व्लादिमीर मास्को स्टेट यूनिवर्सिटी के एयर डिफेंस डिपार्टमेंट के हेड हैं। यूक्रेनी हैकरों का यह दावा अगर सही है तो भारत को बड़ा झटका लगा है। भारत ने पाकिस्तान और चीन से निपटने के लिए यह सिस्टम खरीदा है लेकिन अब इसकी जानकारी दुश्मनों को मिल गई है।
बालाकोट हमले के बाद भारत ने दिया था ऑर्डर
इस बीच अब खबर आई है कि पीएम मोदी की यात्रा के बाद रूस ने भारत को 120 सुपर लांग रेंज सरफेस टु एयर मिसाइल को भारत को आपूर्ति शुरू कर दी है। इससे भारत को पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी सैन्य बढ़ मिल जाएगी। इस मिसाइल के लिए भारत ने बालाकोट हवाई हमले के बाद ऑर्डर दिया था। उस समय यह आवश्यकता महसूस की गई थी कि भारत को पाकिस्तान पर बढ़त हासिल करने के लिए इस मिसाइल की जरूरत है। इस एस 400 की मिसाइल को दुनिया में बेस्ट माना जाता है और इसकी रेंज 400 किमी तक मानी जाती है।