दुर्ग। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (क्षेत्र संकार्य प्रभाग), उप क्षेत्रीय कार्यालय, दुर्ग (छ.ग.) के तत्वाधान में त्रैमासिक समाप्ति मार्च -2022, हिन्दी कार्यशाला का आयोजन दिनांक 30 मार्च को किया गया। जिसमे माननीय जीतेन्द्र दास मानिकपुरी, सहायक प्रबंधक (संपर्क व प्रशासन एवं सचिव, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, भिलाई-दुर्ग, भिलाई इस्पात संयंत्र) मुख्य अथिति के रूप में उपस्थित हुए तथा अध्यक्षता माननीय अनिसुल मलिक, कार्यालय प्रभारी एवं वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी द्वारा की गई। इस कार्यशाला के आरम्भ में पी.आर.साहू (वरि.सां.अधिकारी व सदस्य, हिन्दी राजभाषा कार्यान्वयन समिति) द्वारा सरस्वती वंदना के पाठ से की गई। तत्पश्चात कार्यालय प्रभारी द्वारा मुख्य अथिति का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया एवं हिन्दी कार्यशाला की महत्ता को प्रकाश देते हुए सारगर्भित उद्बोधन किया गया।
हिन्दी कार्यशाला के प्रथम सत्र के अंतर्गत मुख्य अथिति द्वारा “ हिन्दी को कार्यालयीन कार्यव्यवहार में अपनाने एवं संघ द्वारा दिए गए लक्ष्य को कैसे प्राप्त करें” शीर्षक पर उद्बोधन में बताया कि हिन्दी भाषा का उद्धव समस्त भाषाओं के जननी “संस्कृत” से हैं तथा हिन्दी भाषा एक श्रेष्ठ संवाद, सुन्दर, सरल व मीठी भाषा हैं जो हिन्द का गर्व हैं। उन्होंने राजभाषा हिन्दी के सभी अधिनियमों का उल्लेख किया जिसमे कार्यालयीन कार्यव्यव्हार में हिन्दी के राजभाषा के प्रगामी अधिनियमों का अनुपालन करते हुए कार्यालयीन हिन्दी को सरल, स्पष्ट एवं सुदृढ़ बनाए जाने का अत्यंत सरल रूप प्रस्तुत किया; जिससे हिंदी भाषा के प्रयोग में अधिक क्लिष्टता न आये तथा हिंदी भाषा आम जनता को समझ भी आसानी से आ जाये तथा साथ-साथ सभी अधिनियमों का बिन्दुवार अनुपालन भी अवश्य हो जाए। अर्थात उन्होंने राजभाषा के प्रयोग में वैश्विक एवं राष्ट्रीय स्तर पर प्रचलित शब्दों का प्रयोग देवनागरी लिपि में करने पर अत्याधिक बल दिया जिससे राजभाषा के प्रयोग में लचीलेपन के साथ सरलता व स्पष्टता भी उभर कर आए।
उन्होंने बताया कि वर्तमान समय की नई आधुनिक प्रद्द्योगिकि व संचार क्रांति के विस्तार का भी इष्टतम प्रयोग कर राजभाषा हिंदी को सरल, स्पष्ट व सुदृढ़ बनाया जा सकता हैं। इसी तारताम्य में उन्होंने हिंदी वोइस टाइपिंग प्रद्द्योगिकी पर प्रकाश डाला जिसके अंतर्गत राजभाषा हिंदी के कार्यालयीन प्रयोग के दौरान न्यूनतम त्रुटियाँ हो तथा राजभाषा के अधिनियमों का अनुपालन भी प्रभावी ढंग से हो जाए।
हिंदी कार्यशाला के द्वितीय सत्र में “कार्यालयीन कामकाज में हिंदी में कठिनाइयाँ “ शीर्षक के अंतर्गत “समस्त वर्तनी त्रुटियों“ का सारगर्भित उद्बोधन कार्यालय के विजय कुमार राखोंडे (वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी) एवं पी.आर.साहू (वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी) द्वय द्वारा किया गया जो राजभाषा हिंदी के प्रयोग में अत्यंत लाभदायक सिद्ध हुआ।
इस हिंदी कार्यशाला में वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारीगण सी.पी.एस.मरकाम, यासीन अली व श्रीनि.ई, सर्वेक्षण पर्वेक्षक सी.डी .साहू व अब्दुल अलीम तथा सर्वे प्रगणक आर.के.तिवारी, अमित राठौर, योगेश साहू, वरुण सोनी,विवेक सोनी,अनिल झाड़ी, मिथिलेश कुमार,मिखाइल आलम तथा सुश्री नेहा यादव व विजयलक्ष्मी जलतारे तथा एम.टी.एस स्टाफ राकेश वर्मा व हरीश कुमार ठाकुर उपस्थित हुए।