छपरा/सारण.
सारण जिले सहित आसपास के कई जिलों में स्थानीय प्रशासन से साठ-गाठ कर आर्केस्ट्रा संचालन कार्य दिन दोगुनी रात चौगुनी की तर्ज पर फल फूल रहा है। क्योंकि आर्केस्ट्रा संचालकों को आसानी से कम पैसे में नाबालिग लड़कियां मिल जाती हैं। उसके बाद संचालकों द्वारा नाबालिग लड़कियों को आर्केस्ट्रा में काम कराने के साथ ही देह व्यापार में भी जबरदस्ती उतारा जाता है।
हालांकि, पुलिस प्रशासन द्वारा कभी कभार छापेमारी भी किया जाता है। लेकिन धाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती है। लेकिन इस बार राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग द्वारा कार्रवाई करते हुए गुप्त सूचना के आधार पर सारण पुलिस के सहयोग से छापेमारी करते हुए आर्केष्ट्रा में काम करने वाली आधा दर्जन नाबालिग लड़कियों का रेस्क्यू किया गया है। सभी छह लड़कियां अलग-अलग जिला से नृत्य कराने के लिए सारण लाई गई थी। इस दौरान जलालपुर थाना क्षेत्र के तीन अलग-अलग आर्केस्ट्रा संचालकों के यहां से स्थानीय जलालपुर थाने की पुलिस से साथ संयुक्त रूप से छापेमारी कर छह नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया है। स्थानीय पुलिस के अनुसार, सबसे पहले धरान बाजार स्थित पूजा आर्केस्ट्रा से तीन नाबालिग लड़की को बरामद किया गया। साथ ही आर्केस्ट्रा संचालक आनंद कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके बाद जलालपुर बाजार स्थित धूम आर्केस्ट्रा से एक नाबालिग लड़की को बरामद किया गया। उसके बाद उसके निशानदेही पर जलालपुर-नगरा रोड स्थित मस्ती आर्केस्ट्रा से दो नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया है। हालांकि, वहां आर्केस्ट्रा संचालक पुलिस को देखकर फरार होने कामयाब हो गया।
स्थानीय थाना क्षेत्र से गिरफ्तार दोनों आर्केस्ट्रा संचालकों पर प्राथमिक दर्ज की गई है। दिल्ली के एनजीओ के सहयोग से जलालपुर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। एक आर्केस्ट्रा संचालक आनंद कुमार को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। इस मामले में जानकारी देते हुए जलालपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि राष्ट्रीय बाल संरक्षण इकाई द्वारा चिन्हित जगहों पर छापेमारी करते हुए छह नाबालिग लड़कियों का रेस्क्यू किया गया है। सभी लड़कियों को आर्केस्ट्रा में नृत्य कराने के लिए लाया गया था। सभी लड़कियों को छपरा सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराया गया। उसके बाद बालिका सुधार गृह में रखा जाएगा। जहां से उनके लीगल गार्जियन को सौंप दिया जाएगा।