पटना
नीट पेपर केस में सॉल्वर बनने वाले चार छात्रों को पटना एम्स सस्पेंड करेगा। इसको लेकर सीबीआई से कुछ जरूरी दस्तावेज भी मांगे गए हैं। पटना एम्स के डायरेक्टर जी. के. पॉल ने बात करते हुए बताया कि हमारे 2-4 छात्र गिरफ्तार हुए हैं और ये सीबीआई की कस्टडी में हैं। इसको लेकर हमारी कमेटी ने मीटिंग में ये निर्णय लिया है कि इन छात्रों को निष्कासित किया जाएगा, लेकिन अभी तक ऐसा किया नहीं गया है, क्योंकि सीबीआई ने इसको लेकर अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं दी है।
उन्होंने आगे कहा कि छात्रों को लेकर न्यूज़ में जानकारी आई है, लेकिन हम कुछ दस्तावेज का इंतजार कर रहे हैं। उसके बाद हम फाइनल फैसला लेंगे। इन छात्रों में चंदन सिंह, कुमार सानू और राहुल ये सभी तृतीय वर्ष के छात्र हैं, वहीं एक द्वितीय वर्ष का छात्र है, जिसका नाम करन है। ये सभी सीबीआई की हिरासत में हैं।
बता दें इससे पहले नीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा निर्देश दिया था। कोर्ट ने एनटीए को निर्देश दिया कि अंकों को अपलोड करते समय छात्रों की पहचान को गुप्त रखें। इसके अलावा, कोर्ट ने शहर और केंद्र के हिसाब से छात्रों को अंकतालिका को अपलोड करने का निर्देश भी दिया है। अब इस मामले में 22 जुलाई को सुनवाई होगी।
इस पर छात्रों ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान अपनी प्रतिक्रिया दी। छात्र अभिषेक ने कहा, “कोर्ट के सामने अभी यह प्रूव होना बाकी है कि पेपर लीक हुआ है। हालांकि, पेपर लीक को लेकर कोर्ट के समक्ष बहुत सारे सबूत पेश किए गए। अभी कोर्ट के सामने पटना रिपोर्ट की कॉपी नहीं है, इसलिए कोर्ट ने कहा कि पटना रिपोर्ट की कॉपी कोर्ट को दी जाए। अभी कोर्ट तक सारे सबूत पहुंचे ही नहीं हैं। अगर इस घटना को सिलसिलेवार देखा जाए तो लगता है कि पेपर लीक हुआ है, लेकिन जब तक कोर्ट के सामने सारे सबूत नहीं आ जाते, तब तक कोर्ट भी फैसला नहीं ले सकता।