शिमला
एचआरटीसी के दैनिक भोगी कर्मियों की दिहाड़ी में वृद्धि की गई है। अब ये कर्मी 400 रुपए दिहाड़ी प्राप्त करेंगे, जबकि पहले उन्हें 375 रुपए मिलते थे। इस वृद्धि से निगम में कार्यरत लगभग 85 कर्मचारियों को लाभ होगा। यह निर्णय शुक्रवार को सचिवालय में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुई निदेशक मंडल की बैठक में लिया गया। इसके अतिरिक्त बैठक में एचआरटीसी की आय में बढ़ौतरी को लेकर गहनता से विचार-विर्मश किया गया। वहीं निगम की आय किस तरह बढ़ सकती है, इस पर एमडी एचआरटीसी रोहन चंद ठाकुर ने एक बेहतरीन प्रैजैंटेशन उपमुख्यमंत्री व बीओडी सदस्यों के समक्ष प्रस्तुत की। इसके अतिरिक्त बैठक में निगम की आय व व्यय का पूरा ब्यौरा भी रखा गया।
निगम को सालाना 700 करोड़ दे रही सरकार
बैठक की जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि निगम घाटे में चल रहा है लेकिन इसके बावजूद भी निगम कर्मचारियों को समय पर वेतन और पैंशनरों को पैंशन देने का प्रयास किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार 700 करोड़ सालाना निगम को दे रही है, जबकि निगम का खर्चा करीब 1 हजार करोड़ रुपए है। उन्होंने कहा कि निगम को सक्षम कैसे बनाए इस पर भी बैठक पर चर्चा की गई है ताकि कर्मचारियों व पैंशनरों के भत्ते समय पर दिया जा सके। वहीं निगम में दिहाड़ीदार कर्मियों की दिहाड़ी 25 रुपए बढ़ाई गई है। बैठक में निगम प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर, परिवहन निदेशक डीसी नेगी सहित अन्य अधिकारी व बीओडी सदस्य मौजूद रहे।
297 ई-बसों की खरीद को टैंडर, वोल्वो बसों का बदलेगा फ्लीट
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि निगम के बेड़े में जल्द ही 297 इलैक्ट्रिक बसें शामिल होंगी। इसके लिए टैंडर कर दिए हैं और फाइनल स्टेज पर हैं। इसके अतिरिक्त 25 इलैक्ट्रिक बसें अलग से खरीदी जा रही हैं। वहीं निगम में वोल्वो बसों का फ्लीट भी बदला जा रहा है और 24 नई वोल्वो बसें खरीदी जा रही हैं, जिससे यात्रियों को बेहतरीन सुविधा मिलेगी। इसके अतिरिक्त जनजातीय क्षेत्रों और जिन रूटों पर लंबी बसें घाटे में चल रही हैं उन रूटों पर टैंपो ट्रैवलर चलाए जाने के लिए 100 टैंपो ट्रैवलर खरीदे जा रहे हैं। वहीं उन्होंने बताया कि निगम में सिर्फ 231 रूट फायदे में चल रहे हैं।
चालक भर्ती प्रकिया आगे बढ़ाने का लिया निर्णय
बैठक में एचआरटीसी के चालकों की भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर निर्णय लिया गया। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि चालक की भर्ती बहुत सावधानी से की जानी है। बस सवार सभी यात्रियों की जान चालक के हाथों में ही होती है। उन्होंने कहा कि पहली बार चालक भर्ती बिना किसी सिफारिश के और मैरिट के आधार पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही परिचालकों को भी उनके नियुक्ति पत्र देकर डिपुओं पर नियुक्तियां दे दी जाएंगी।