भोपाल
मध्यप्रदेश में आंधी-बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना है। अगले चार दिन भारी बारिश का दौर चलेगा। भोपाल, इंदौर, राजगढ़ सहित 12 जिलों में शुक्रवार को तेज बारिश हो सकती है। शनिवार को 18 जिलों में बारिश का अलर्ट है। एमपी में अब तक औसतन 11.1 इंच बारिश को चुकी है। पूर्वी हिस्से में 18 फीसदी कम बारिश हुई है। जबिक पश्चिमी हिस्से में 7% बारिश ज्यादा है। ओवरऑल बात करें तो अब तक पूरे एमपी में कोटे से 6 प्रतिशत कम पानी बरसा है।
आज और कल इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार को बालाघाट, राजगढ़, रायसेन, हरदा और बैतूल में तेज बारिश का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन सहित कई जिलों में मौसम बदला रह सकता है। यहां बारिश, आंधी और गरज-चमक की स्थिति रहेगी। 20 जुलाई को खंडवा, सीहोर, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, देवास, पांढुर्णा, बालाघाट और मंडला, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, खरगोन और तेज बारिश हो सकती है। ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन भोपाल, इंदौर समेत अन्य जिलों में मौसम बदला रह सकता है। यहां बारिश, आंधी या गरज-चमक की स्थिति रहेगी।
जानें क्यों होगी भारी बारिश
मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, मानसून ट्रफ गुना से होकर गुजर रही है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर भी है। बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया एक्टिव है। इस कारण अगले कुछ दिन तक एमपी के कई जिलों में तेज बारिश होगी। बता दें कि एमपी में 21 जून को मानसून की एंट्री हुई थी। इसके बाद से तेज बारिश का दौर चल रहा है।
21 और 22 को इन जिलों में बारिश
मौसम विभाग ने 21 और 22 जुलाई को दमोह, जबलपुर, मंडला, गुना, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बालाघाट, धार, अनूपपुर, सिवनी, भोपाल, रायसेन, देवास, इंदौर, अलीराजपुर, धार, झाबुआ, पन्ना समेत कई जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में जमकर पानी बरस सकता है।
इंदौर, भोपाल और जबलपुर में अब तक इतनी बारिश
एमपी के कई जिलों में गुरुवार को तेज बारिश हुई। भोपाल में एक घंटा जमकर पानी बरसा। सबसे ज्यादा बारिश ग्वालियर में 3 इंच बारिश हुई। मंडला में 1.7 इंच बारिश हुई। रायसेन, छिंदवाड़ा, रीवा, सागर और बालाघाट जिले के मलाजखंड में भी तेज बारिश हुई। भोपाल में सामान्य से 2.54 फीसदी ज्यादा यानी अब तक 14.62 इंच बारिश हो चुकी है। इंदौर में 1.35% ज्यादा यानी अब तक 11.66 इंच बारिश हो चुकी है। ग्वालियर में 11.18 इंच पानी बरसा है। जबलपुर में 9.33 इंच और उज्जैन में 10 इंच बारिश हुई।
भोपाल रेलवे स्टेशन की छत से बहने लगा पानी
तेज बारिश के चलते दोपहर करीब 3:00 बजे भोपाल स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर एक की छत से पानी बहने लगा। प्लेटफॉर्म शेड से निकासी चोक होने के चलते पानी तेजी के साथ यात्रियों पर गिरने लगा। प्लेटफॉर्म नंबर 2 और 5 पर भी कई जगह से पानी टपकता नजर आया।
मंदसौर में बारिश के लिए गधों को हल में जोता
मंदसौर शहर के मुक्ति धाम में गुरुवार शाम को अर्धनग्न होकर गधों से बोवनी कराई गई। स्थानीय मान्यता है कि इस टोटके के बाद अच्छी बारिश होती है। गधों के गले में हल जोतने वाले भारत सिंह गौड़ ने बताया कि हमारे पूर्वज बरसों से यह टोटका करते आए हैं। जब इंद्र देव को मनाने के लिए पूजा-पाठ और उजमनी जैसे आयोजन के बाद भी बारिश नहीं होती तो एक व्यक्ति अर्धनग्न होकर गधों से बुवाई कराता है।
जिन गधों को हल में जोता जाता है, उन्हें बारिश होने पर गुलाब जामुन खिलाए जाते हैं। पिछले साल टोटके के बाद जब बारिश हुई तो गधों को पांच किलो गुलाब जामुन खिलाए गए थे।
प्रदेश का पूर्वी हिस्सा सूखा, 19% कम बारिश
मध्यप्रदेश में 21 जून को मानसून ने आमद दे दी थी। इसके बाद से तेज बारिश का दौर चल रहा है। हालांकि, पूर्वी हिस्से में अभी भी सूखा जैसी स्थिति है। यहां 18% कम बारिश हुई है जबकि पश्चिमी हिस्से में 7% बारिश ज्यादा है। ओवरऑल बात करें तो अब तक 6% बारिश कम हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, अब तक एवरेज 11.8 इंच बारिश होनी चाहिए थी। इसके मुकाबले 11.1 इंच बारिश ही हुई है। चूंकि अगले 4 दिन भारी बारिश का अलर्ट है इसलिए यह आंकड़ा बढ़ जाएगा।