रायपुर। पढना-लिखना अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के शिक्षा मंत्रालय, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा प्रौढ़ शिक्षार्थियों के आकलन हेतु 30 मार्च 2022 को महापरीक्षा अभियान का आयोजन किया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग के विशेष सचिव एवं राज्य साक्षरता मिशन के संचालक राजेश सिंह राणा ने महापरीक्षा अभियान की तैयारियों के लिए आयोजित ऑनलाइन वेबीनार में कहा कि प्रौढ़ शिक्षार्थियों को 30 मार्च को आयोजित होने वाली महापरीक्षा अभियान में शत-प्रतिशत शामिल करें। उन्होंने महापरीक्षा अभियान से जुड़े सभी अधिकारियों को इस कार्यक्रम के वास्तविक उद्देश्य और गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए शेष शिक्षार्थी और पिछली परीक्षा में सी-ग्रेड प्राप्त शिक्षार्थी को अपग्रेड कर इस महापरीक्षा अभियान में शामिल करने को कहा।
राजेश सिंह राणा ने कहा पिछले वर्ष महापरीक्षा अभियान के प्रथम चरण में राज्य को ढाई लाख असाक्षरो को साक्षर बनाने का लक्ष्य दिया गया था, उसमें से हम 1.9 लाख प्रतिभागियों को परीक्षा में शामिल कराने में सभी का सफल योगदान रहा। भारत सरकार और प्रदेश सरकार की यह मंशा है की बचे हुए प्रौढ़ शिक्षार्थियो को 30 मार्च को आयोजित महापरीक्षा अभियान में शत-प्रतिशत शामिल करें।
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के असिस्टेंट डायरेक्टर व पढना -लिखना अभियान के नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पांडे ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से महापरीक्षा अभियान के दिशा निदेर्शों की संक्षिप्त जानकारी दी। वेबीनार में राज्य साक्षरता केन्द्र, एससीईआरटी की प्रकोष्ठ प्रभारी श्रीमती प्रीति सिंह ने परीक्षा की मॉनिटरिंग के संबंध में विस्तारपूर्वक चर्चा की। परियोजना सलाहकार सुश्री नेहा शुक्ला ने पंजीयन और मूल्यांकन की जानकारी पोर्टल में अपलोड करने संबंधी जानकारी बताई। यूनिसेफ की सलाहकार डॉ मनीषा वत्स ने शिक्षार्थियों के परीक्षा केंद्र में लाने की प्रक्रिया पर चर्चा की। वेबीनार का संचालन परियोजना सलाहकार श्रीमती निधि अग्रवाल ने किया।