वॉशिंगटन। अमेरिका ने रूस की मदद करने की वजह से चीन पर आर्थिक पाबंदियां लगाने की चेतावनी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्होंने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग को साफ कर दिया है कि अगर चीन रूस को सहायता देता है तो गंभीर आर्थिक परिणाम हो सकते हैं। बाइडेन ने कहा कि उन्होंने पिछले हफ्ते चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से इस विषय पर बातचीत की थी। उन्होंने ब्रसेल्स में नाटो मुख्यालय में NATO शिखर सम्मेलन और ग्रुप ऑफ सेवन मीटिंग के बाद यह बयान दिया।
राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि उन्होंने कोई धमकी नहीं दी, लेकिन यह साफ कर दिया कि शी रूस की मदद करने के नतीजों को समझ गए हैं। बाइडेन ने कहा कि उन्होंने रूस के बर्ताव के नतीजों की ओर इशारा किया और याद दिलाया कि चीन ने पश्चिम के साथ मजबूत आर्थिक संबंध विकसित करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि शी अपने उन उद्देश्यों में खुद खतरे में डाल देंगे, अगर वास्तव में उन्हें आगे बढ़ना चाहते हैं।
‘चीन का आर्थिक भविष्य पश्चिम के साथ’
बाइडेन ने कहा, “मुझे लगता है कि चीन समझता है कि उसका आर्थिक भविष्य रूस की तुलना में पश्चिम से कहीं अधिक निकटता से जुड़ा हुआ है। इसलिए मुझे उम्मीद है कि वह इन मसलों से नहीं जुड़ेगा। यह भी बता दूं कि पिछले शुक्रवार को चीनी राष्ट्रपति के साथ हुई बातचीत में उन्होंने पश्चिम के साथ मजबूत आर्थिक संबंध विकसित करने की मांग की।”
चीन का झूठी सूचना फैलाने के आरोपों से इनकार
वहीं, चीन ने यूक्रेन में वाशिंगटन के शामिल होने संबंधी झूठी सूचना के प्रसार में रूस की मदद करने के आरोपों से इनकार किया है। हालांकि मास्को लगातार आधारहीन दावे कर रहा है कि यूक्रेन में अमेरिकी जैविक हथियार की गोपनीय प्रयोगशाला है। चीनी विदेश मंत्री के प्रवक्ता वांग वेंबिन ने कहा, “चीन पर यूक्रेन को लेकर झूठी और भ्रामक सूचना फैलाने का आरोप अपने आप में एक झूठी सूचना है। चीन ने इस मामले में निष्पक्ष और न्यायपूर्ण तरीके से काम किया है।”