जमशेदपुर.
जमशेदपुर के घाघीडीह संप्रेक्षण गृह में बाल बंदी बड़े अपराधियों की तरह रंगदारी वसूल रहे हैं। वे छोटे बच्चे से मारपीट कर उनके अभिभावक से रंगदारी वसूल रहे हैं। यही नहीं, वे वहां डेंड्राइट का नशा कर रहे और बीड़ी फूंक रहे हैं। अधिकारियों की छापेमारी में इसका खुलासा हुआ। शिकायत मिलने के बाद डीसी अनन्य मित्तल ने धालभूम की एसडीओ पारुल सिंह की अध्यक्षता में डीएसपी (विधि व्यवस्था) के साथ की जांच टीम गठित की थी।
इस टीम ने शनिवार को वहां छापेमारी की तो चार मोबाइल फोन मिले। यही नहीं, नशे में इस्तेमाल होने वाला डेंड्राइट, दो पैकेट बीड़ी और अन्य आपत्तिजनक सामान मिले। गार्ड की संलिप्तता मिलने पर उसे निलंबित कर दिया गया। जांच में पता चला कि 18 साल या उससे बड़े लड़के रह रहे हैं। इस बारे में जुबेनाइल जस्टिस बोर्ड से मार्गदर्शन मांगा जाएगा। हालांकि संख्याके बारे में नहीं बताया गया। यह भी तय हुआ कि गार्ड को दो माह पर रोस्टर बना बदला जाएगा।
बच्चे की पिटाई का वीडियो भेजकर पैसे वसूले
दो लड़कों ने एक बच्चे की पिटाई करते हुए वीडियो बनाया। एक ने उसे पकड़ रखा था, दो थप्पड़ चला रहे हैं। वीडियो को बच्चे के अभिभावक को भेजकर पांच हजार रंगदारी मांगी। दो दिन पहले बच्चे के पिता कुलदीप सिंह ने उपायुक्त से मामले की लिखित शिकायत की और उन्हें सबूत दिखाया। वहीं उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया, जांच रिपोर्ट का इंतजार है। जांच हो रही है कि वसूला गया पैसा किसके पास पहुंचा। रिपोर्ट के बाद वहां की बेहतर व्यवस्था पर निर्णय लिया जाएगा।