गया.
गया के रिमांड होम में बंद बाल कैदियों की मौत का सिलसिला जारी है। पूर्व में रिमांड होम में बंद बाल कैदी की लाश बाथरूम में लटका हुआ मिला था। वहीं अस्पताल में पुलिस हिरासत में बाल कैदी की इलाज के दौरान लोगों द्वारा जबरन ले जाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक और बाल कैदी की मौत चर्चा का विषय बन गया।
सोमवार की सुबह अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती बाल कैदी की इलाज के क्रम में मौत हो गई। बाल कैदी की मौत की खबर मिलते ही परिजन अस्पताल पहुंचे और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। मृत बाल कैदी के भाई चंदू पासवान ने कहा कि रिमांड होम से दो पुलिसकर्मियों के संरक्षण में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हमलोगों ने कहा था कि इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया जाए। लेकिन, पुलिसकर्मियों ने एक नहीं सुनी। हमलोगों का शक था कि इलाज के अभाव में मौत हो जाएगी। और, आज वहीं हुआ। आक्रोशित परिजन दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही सीबीआई जांच की मांग पर अड़े हैं। हालांकि, स्थानीय थाने की पुलिस लोगों को आश्वासन देकर हंगामे को शांत कराया।
तीन दिनों से चल रहा था इलाज
इस संबंध में रिमांड होम के अधिकारी लवलेश सिंह ने बताया कि बीते तीन दिनों से बाल कैदी बीमार चल रहा था। फेफड़े में पानी की शिकायत पहले से थी। जैसे ही बाल कैदी की बीमार होने की शिकायत मिली। उसके बाद बाल कैदी को बेहतर इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां तीन दिनों से इलाज चल रहा था। आज सुबह सूचना मिली कि इलाज के क्रम में बाल कैदी की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि बाल कैदी गया शहर के मुफस्सिल थाना अंतर्गत मानपुर मोहल्ले का रहने वाला है। आर्म्स एक्ट में रिमांड होम में बंद था।