इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। विपक्ष संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाकर इमरान खान को कुर्सी से हटाने की तैयारी कर चुका है। इधर उनके अपने सहयोगियों ने भी विरोधियों से हाथ मिला लिया है। ऐसे में सत्ता में बने रहने के लिए इमरान खान के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हुई है। दूसरी तरफ रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तानी सत्ता को उंगली पर नचाने वाली सेना के आला अफसर भी इमरान खान से नाराज हैं।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली सेक्रेटरिएट के मुताबिक शुक्रवार को सुबह 11 बजे संसद का सत्र शुरू होगा। सचिवालय ने शुक्रवार को 15 पॉइंट अजेंडा जारी किया है जिसमें अविश्वास प्रस्ताव भी शामिल है। विपक्षी दलों ने 8 मार्च को ही अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी कर ली थी। 342 सीटों वाली संसद में इमरान खान को सत्ता में बने रहने के लिए कम से कम 172 सदस्यों के समर्थन की जरूरत है। हालांकि सत्ताधारी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के भी कई सदस्य विपक्षी दलों के साथ चले गए हैं। अब इमरान खान के सामने सत्ता में बने रहने की बड़ी चुनौती खड़ी है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री ने दिए मध्यावधि चुनाव के संकेत
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने गुरुवार को संकेत दिए हैं कि यहां जल्द ही दोबारा चुनाव हो सकते हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पार्टी बदल ली है उन्हें कोई सम्मान नहीं मिलेगा। जिन्होंने ऐसा किया है कि वो एक बात दिमाग में रखें कि देश में जल्द ही चुनाव भी कराए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि 27 मार्च को पीटीआई इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में बड़ी रैली करेगी।