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टीबी नियंत्रण (उन्मूलन) कार्यक्रम में कोरिया जिले ने राष्ट्रीय स्तर पर जीता कांस्य पदक सर्टिफिकेट

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कोरिया। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के स्वास्थ्य विभाग का राष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक सर्टिफिकेट के लिए चयन किया गया है। कलेक्टर कुलदीप शर्मा में इस उपलब्धि पर जिला स्वास्थ्य टीम को उनके बेहतर प्रयासों से मिली इस सफलता के लिए बधाई दी है और उन्हें इसी तरह काम के लिए प्रोत्साहित किया। विगत वर्षाे (2015 से 2021) के कार्याे एवं परफॉरमेंस के आधार पर सब नेशनल सर्टिफिकेशन ऑफ प्रोग्राम टूवर्डस टीबी फ्री स्टेटस के तहत कोरिया जिले को राष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक सर्टिफिकेट के लिये नामांकित किया गया था। इसमें छत्तीसगढ में 8 जिलों का चयन सर्वे हेतु किया गया था, जिसमें कोरिया जिले का नाम कांस्य पदक सर्टिफिकेट हेतु अंतिम चयन किया गया है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत आईसीएमआर, सेन्ट्रल टीबी डिविजन एवं राज्य कार्यालय, मेडिकल कॉलेज एवं डब्ल्यूएचओ टीम के द्वारा एसएनसी सर्वे, भौतिक सत्यापन व ग्रुप परिचर्चा साक्षात्कार, मापदण्डों को आधार मानते हुये अंतिम रैंकिग की गयी है। केन्द्र एवं राज्य की टीमों के द्वारा सर्वे के दौरान जिले का भ्रमण भी किया गया।
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत सब नेशनल सर्टिफिकेशन हेतु 19 फरवरी 2022 से 13 मार्च 2022 तक आईसीएमआर के गाईडलाईन अनुसार सर्वे कराया गया। इस सर्वे में 10,000 घरों का सर्वे कराया गया। कलेक्टर कुलदीप शर्मा के निर्देशन में व मुख्य कायार्पालन अधिकारी जिला पंचायत कुणाल दुदावत के मार्गदर्शन में डॉ0 रामेश्वर शर्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में डॉ. ए. के. सिंह, जिला क्षय अधिकारी के समन्वय से एवं सुश्री रंजना पैकरा जिला कार्यक्रम प्रबंधक व निशांत मेश्राम राज्य नोडल अधिकारी के सहयोग से सर्वे कार्य समपन्न कराया गया।
सेन्ट्रल टीबी डिविजन द्वारा सर्वे हेतु नामांकित ग्राम व वार्ड जनकपुर में ग्राम पोडी एवं दुधासी, मनेन्द्रगढ में ग्राम पाराडोल एवं खोगापानी के वार्ड नं 02, बैकुण्ठपुर के ग्राम डबरीपारा व शिवपुर के वार्ड नं 02, सोनहत में ग्राम कर्री एवं तर्रा व खडगवां के ग्राम आमाडांड व चिरमिरी के वार्ड नं 26 व आसपास क्षेत्रों में सर्वे का कार्य वॉलेंटियरों की 10 टीम द्वारा किया गया। इस सर्वे में जिला समन्वयक शिशिर जायसवाल, संतोष सिंह, डिस्ट्रिक पीएमडीटी एण्ड टीबीएचआईव्ही को-ऑर्डिनेटर, राजेश विश्वकर्मा डिस्ट्रिक पीपीएम को-ऑर्डिनेटर का विशेष योगदान रहा।