रायपुर। चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वाले लोगों से जिला प्रशासन रायपुर को मिले आवेदनों का सूक्ष्मता से अवलोकन करने के बाद यह पाया गया है कि आवेदनों में विभिन्न प्रकार की जानकारियों का अभाव है, आवेदन अपूर्ण है और जरूरी दस्तावेज संलग्न नहीं है, विशेषकर रसीद की कमी है। जिला प्रशासन द्वारा इन सभी कमियों को दूर करने और निवेंशकों से ाही जानकारी लेने के लिए निवेशक न्याय बेव लिंक भी जारी किया गया है। प्रशासन ने इस वेब लिंक के माध्यम से निवेशकों से सही और वांछित जानकारी देने तथा दस्तावेज अपलोड करने कहा है।
देवयानी कंपनी की संपत्ति नीलामी के बाद मिली राशी को भी निवेशकों को वितरण किया जाना है परंतु जानकारी स्पष्ट नहीं होने के कारण व अपूर्ण होने के कारण राशी वितरण में परेशानी आ रही है। इस लिंक में निवेशकों को पहले पेज में निवेशक का पूरा नाम भरना है एवं अपना वह मोबाईल नंबर भरना है जो संबंधित तहसील कार्यालय में आवेदन करते समय भरा था। इसके बाद निवेशक का पूरा पता एवं जिला भरना है।इसके बाद जमा की गई कुल रकम की जानकारी एवं जमा की गई रकम की जितनी भी रसीद है, उन सबकी एक पीडीएफ फाइल बना कर अपलोड करना है। इसके बाद निवेश की गई रकम की कुल मैच्योरिटी परिपक्वता राशि जिसका बॉन्ड मिला है वो भरना है एवं बॉन्ड की कॉपी की पीडीएफ फाइल अपलोड करनी है। तत्पश्चात निवेशक के बैंक का नाम, आई एफ एस सी कोड एवं खाता क्रमांक भरना है एवं साथ ही पासबुक का पहला पन्ना जिसमें निवेशक का नाम, बैंक का नाम, आई एफ एस सी कोड, खाता क्रमांक साफ साफ लिखा हो वो अपलोड करना है। अभी तक देवयानी प्रापर्टी प्राइवेट लिमिटेड के कुल 20 हजार 655 निवशकों में से 11 हजार 513 निवेशकों ने वेबलिंक के माध्यम से सही जानकारी प्रशासन को उपलब्ध करा दी है। जल्द ही निवेशकों को राशी वापसी की कार्रवाई शुरू की जाएगी।