Home छत्तीसगढ़ प्रकाश इंडस्ट्रीज ने कागजों में संचालित फर्म से किया करोड़ों की खरीदी

प्रकाश इंडस्ट्रीज ने कागजों में संचालित फर्म से किया करोड़ों की खरीदी

65
0

रायगढ़ से सुशील पांड़े की रिपोर्ट
सांईनाथ का बैंक एकाउंट रायपुर का तो पता रायगढ़ का
आयकर विभाग खोज रही अब सांईनाथ स्टील ट्रेडिंग को
रायगढ़।
जांजगीर चांपा के प्रकाश इंडस्ट्रीज और रायगढ़ के सांईनाथ स्टील ट्रेडिंग के बीच हुई करोड़ों के खरीद-बिक्री मामले में आयकर विभाग अब सांईनाथ स्टील को खोज रही है। दरअसल रायगढ़ में जहां उक्त ट्रेडिंग का कार्यालय दिखाया गया है उक्त स्थान पर कभी सांईनाथ ट्रेडिंग का कार्यालय खुला ही नही था। कागजों में संचालित इस कंपनी को अब आयकर विभाग खोज रही है।
आयकर विभाग द्वारा जेल काम्प्लेक्स के दुकान में नोटिस चस्पा किया जिसमें यह उल्लेखित है कि जांजगीर चांपा के प्रकाश इंडस्ट्रीज द्वारा उक्त पते पर संचालित सांईनाथ स्टील ट्रेडिंग कंपनी के श्रवण कुमार तिवारी के बीच असेसमेंट वर्ष २०१४-१५ में २९ करोड़ ८८ लाख ६७ हजार ९८८ रुपए का खरीद बिक्री किया गया है। प्रकाश इंडस्ट्रीज ने उक्त एमाउंट सांईनाथ स्टील ट्रेडिंग के श्रवण कुमार तिवारी के खाते में उक्त एमाउंट को जमा किया और बाद में उक्त एमाऊंट वापस आरटीजीएस हो गया। विदित हो कि कुछ वर्ष पूर्व जांजगीर चांपा के प्रकाश इंडस्ट्रीज में आयकर विभाग ने सर्वे किया था। उक्त सर्वे के दौरान यह बात सामने आने के बाद सांईनाथ स्टील ट्रेडिंग की जांच शुरू की गई। जांच में उक्त फर्म के नाम से खाता रायपुर के जिला सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक में मिला। बैँक एकाऊंट की जांच की गई तो उसके पैन नंबर में रायगढ़ के जेल काम्प्लेक्स के दुकान का पता था लेकिन उक्त दुकान में इस नाम से कोई फर्म संचालित ही नहीं हुई। जिसके कारण अब आयकर विभाग बार-बार उक्त दुकान के बाहर नोटिस चस्पा कर रही है। आयकर विभाग द्वारा जारी नोटिस में यह संदेह जताया गया है कि यह पूरा खरीदी बोगस खरीदी है। साथ ही यह भी लिखा है कि उक्त कार्य बिना कमीशन के संभव नहीं है इसलिए कम से कम ५ प्रतिशत कमीशन तो लिया गया होगा जो कि आयकर की श्रेणी में आता है।
बिना जांच के कर दिया नोटिस चस्पा

संबंधित फर्म ने फर्जीवाड़ा करते हुए उक्त दुकान का पता अपने पैन नंबर में दे दिया और मामला सामने आने के बाद आयकर विभाग ने उक्त दुकान व उसके मालिक से बिना जानकारी लिए नोटिस चस्पा करना शुरू कर दिया।