Home छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ी व्यजंनों सहित राजस्थानी व्यजनों से महक उठी बिहान मेला

छत्तीसगढ़ी व्यजंनों सहित राजस्थानी व्यजनों से महक उठी बिहान मेला

27
0

बलौदाबाजार। ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत चौथे विकासखंड स्तरीय बिहान मेले का आयोजन जिला मुख्यालय स्थित पंडित चक्रपाणि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में जनपद पंचायत बलौदाबाजार के द्वारा किया गया। जिसमें विकासखंड के 210 समूहों द्वारा 55 स्टॉल के माध्यम से महज 7 घण्टो में रिकॉर्ड 2 लाख 3 हजार 740 रुपये की बिक्री महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा किया गया है। जिसमें जनप्रतिनिधियों सहित कलेक्टर शामिल होकर महिला समूह का उत्साह बढाया। बिहान मेले में छत्तीसगढ़ी व्यजंनों सहित राजस्थानी व्यंजन आकर्षण का केंद्र रहा है। जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा ग्राम खरचा के महिला स्व सहायता समूह के द्वारा बनाया गया घेवर का रहा। कार्यक्रम का का शुभारंभ संसदीय सचिव एवं विधायक कसडोल सुश्री शकुन्तला साहू,जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा,जनपद पंचायत पंचायत अध्यक्ष सुमन योगेश वर्मा सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर की। इस मौके पर सभी अतिथियों ने स्टालों का निरीक्षण कर जमकर खरीदारी भी गयी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुश्री शकुन्तला साहू ने छत्तीसगढ़ शासन के योजनाओं के संबंध में कहा कि ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं को आर्थिक रूप से संपन्न करने के लिए बिहान योजना से जोड़कर रोजगार मूलक कार्य उपलब्ध करा रहीं हैं। इस योजना ने ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी बदल दी है। साथ ही स्व सहायता समूह के रूप में संगाठित कर उन्हें क्षमतावर्धन आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान कर स्वरोजगार प्रदान किया जा रहा है।जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा,कृषक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा ने ग्रामीण आजिविका के महत्व एवं मुख्यमंत्री के सपनों के बारे में विस्तृत से बताया।इस मौके पर अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर ,जिला पंचायत सदस्य परमेश्वर यदु ,जनपद सदस्य कोमल वर्मा, ललिता यदु,मधु ध्रुव,कलेक्टर डोमन सिंह,जिला पंचायत सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्की,एसडीएम प्रतिष्ठा ममगाईं, सहायक परियोजना अधिकारी के के साहू,सहायक परियोजना अधिकारी एनआरएलएम मुरली कांत यदु, जनपद पंचायत सीईओ अनिल झा समेत जिला पंचायत के अधिकारी कर्मचारी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी गण एवं क्षेत्र के सरपंच और महिला स्व सहायता समूह के बहने मौजूद रहे।