रायगढ़ से सुशील पांडे की रिपोर्ट
वनरक्षक को चेतावनी देकर छोड़ा, लेकिन रिकवरी की कार्रवाई नहीं
रायगढ़। इंदिरा विहार में कोरोना काल में विभाग के उच्च अधिकारियों के बिना आदेश के बांसों की कटाई कर दी गई। जब बाद में यह बांस सड़ गया तो उसे खपाने का प्रयास किया गया। शिकायत पर हुई जांच में भी बिना आदेश के बांसके कटाई पुष्टी हुई लेकिन इसमें सिर्फ वनरक्षक को अल्टीमेटम देकर कार्रवाई की खानापूर्ति कर दी गई। न तो गायब बांस को लेकर रिकवरी की गई न ही अन्य कोई कार्रवाई की गई।
वर्ष २०२१ में कोविड के कारण लॉकडाउन चल रहा था तभी इंदिरा विहार में विभाग के बिना निर्देश के बांसों की अवैध कटाई को अंजाम दिया गया। बांस की कटाई कर इंदिरा विहार परिसर में लंबे समय तक रखा गया। ३२८ नग बांस जब खराब होने की स्थिति में आ गया और इसको लेकर उच्च अधिकारियों से शिकायत होने लगी तो आनन-फानन में ९ अगस्त को वनरक्षक सत्यम प्रधान ने बेलादूला डीपो के लिए काटिंग चालान काटकर डीपो भेजवा दिया, लेकिन डीपो प्रभारी ने बांस की स्थिति देखकर उसे लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद बांस कहां गया किसी को पता नहीं। इस मामले की शिकायत पर रायगढ़ के तत्काली एसडीओ आरआर पैंकरा को जांच के निर्देश मिला। जांच में शिकायत की पुष्टी हुई जिसके आधार पर तत्कालीन डीएफओ प्रणय मिश्रा ने वनरक्षक सत्यम प्रधान पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करते हुए चारीत्रिक चेतावनी देते हुए सर्विस बूक में दर्ज किया गया। लेकिन गायब हुए बांस को लेकर रिकवरी की कार्रवाई नहीं की गई।
विभाग के अधिकारी ही लग गए बचाने में
इस मामले में जिन बड़े अधिकारियों के मौखिक निर्देश पर बांस की कटाई की गई थी उन पर किसी प्रकार की कार्रवाई न करना पड़े इसलिए इसमें वनरक्षक पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करते हुए इसमें लीपा-पोती कर दिया गया है।
रिकवरी के लिए आदेश
नवपदस्थ डीएफओ स्टेयलों मंडावी से जब इस मामले में चर्चा की गई तो उन्होने फाईल का अवलोकन करने के बाद संबंधित शाखा प्रभारी को इसमें रिकवरी करने के लिए आदेश जारी करने कहा गया है हांलाकि अब तक रिकवरी का आदेश नहीं हुआ है।
वर्सन
हां मुझे इसकी जानकारी आपके माध्यम से मिली है, रिकवरी की कार्रवाई होनी चाहिए, मैने रिकवरी के लिए आदेश जारी करने निर्देश दिया है7
स्टेयलो मंडावी, डीएफओ रायगढ़