इंदौर
कानून का पालन कराने वाली पुलिस खुद फर्जीवाड़ा कर रही। कोर्ट के समक्ष पेश किए गए चालान में ही आरोपी बदल डाले। यह कारस्तानी खुुद जज ने पकड़ी और पुलिस उपायुक्त थाना प्रभारी समेत आठ के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के आदेश देे दिए।
इसके बाद उपायुक्त अभिनव विश्वकर्मा और थाना प्रभारी तारेश सोनी ने कोर्ट में रिवीजन याचिका लगाई है। जिसमें उन्होंने कहा कि इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं हैै। याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होगी। कोर्ट द्वारा गंभीर गड़़बड़ी पकड़ने के बाद लसुडि़या पुलिस स्टाॅफ में हलचल मची है।
कोर्ट में पेश किए जान वालेे चालान में आरोपी बदले जाने के दोनो मामले इसी थाने से जुड़े है। कोर्ट ने फर्जीवाडे के लिए उपाायुक्त जोन 2, थाना प्रभाारी, उप निरीक्षक राहुल डाबर, सहित आठ को जिम्मेदार माना है और प्रकरण दर्ज करने को कहा है।
केस जिसके खिलाफ दर्ज, चालान में उसका नाम ही नहीं
लसुडि़या पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने पर अभिषेक सोनी और कुलदीप बुंदेला के खिलाफ केस दर्ज किया। जब कोर्ट में चालान पेश किया गया तो अभिषेक का नाम ही उसमें उड़ा दिया। उसके बजाए कोई दूसरे नाम का उल्लेख था। जो अभिषेक का नौकर था।
दस्तावेजों में कांट-छांट
कोर्ट ने यह भी पाया डिंक्र एंड ड्राइव केस के कई मामलों के दस्तावेजों मेें नाम बदलने के लिए कांट-छांट भी गई। यह चालान थाने के उपनिरीक्षक द्वारा कोर्ट में पेश किए गए। कोर्ट नेे यह पाया कि आरोपियों को बचाने का काम पुलि द्वारा करना गलत काम है और कानून के विपरित है। इसका पता अफसरों को भी होगा, इसलिए वे भी जिम्मेदार है।