शहपुरा
जनजाति कल्याण केन्द्र महाकोशल-द्वारा संचालित नर्मदांचल विद्यापीठ बरगाँव,शहपुरा डिन्डौरी मे शैक्षिक दक्षता उन्नयन हेतु शिक्षा के क्षेत्र में सीखने तथा सिखाने के गुणों को असरदार तरीके से जानने तथा शिक्षण को बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण बनाने के उद्देश्य से 28 से 30 जून तक तीन दिवसीय स्किल डेव्हलपमेंट कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसके द्वितीय दिवस क्यूरीकूलम एवं सिलेबस मे समय और प्रबंधन पर कार्यशाला रही और आज तीसरे व अंतिम दिवस सीखने के विभिन्न प्रकारों मे शिक्षक की कला और हस्तकला की क्या भूमिका है विषय पर व्याख्यान व कार्यशाला संपन्न हुई.
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए नर्मदांचल विद्यापीठ शिक्षा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रो० एम.एल. साहू ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शिक्षा प्रकल्प के अंतर्गत जनजाति कल्याण केन्द्र महाकोशल बरगांव शहपुरा जिला डिण्डौरी प्रकल्प द्वारा नर्मदांचल विद्यापीठ महाकौशल क्षेत्र के ग्राम बरगाँव तहसील शहपुरा डिन्डौरी जिले का एक ऐसा आवासीय शिक्षण संस्थान हैं जहाँ सभी वर्गों के लगभग 446 विद्यार्थी दर्ज है जिनमें आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के लगभग 100 बच्चे जो निःशुल्क रुप से अध्ययन कर रहे उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं निःशुल्क रुप से प्रदान की जा रही है.
साथ ही यहाँ अध्यापन कराने वाले शिक्षक फैकल्टी को फैकल्टी डेव्हलपमेंट करने के उद्देश्य को ध्यान में रखकर उनका शैक्षिक दक्षता उन्नयन कराने के लिए ही यह तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसका एकमात्र लक्ष्य बच्चों को संस्कारित एवं आधुनिक शिक्षा से जोड़कर उनका संपूर्ण विकास करते हुए एक सुयोग्य नागरिक समाज को प्रदान करना है विद्यालय में सह-संयोजक के रुप मे डाॅ० शाँति टेम्भरे आई.ए.एस.ई. जबलपुर के कुशल मार्गदर्शन में कार्यशाला सपन्न की गई ।
परिसर में शीघ्र ही विद्यालय के नवीन आवासीय भवन को SECLके सामाजिक उत्तरदायित्व निगमित मद से निर्माण कार्य जारी जो जल्द ही पूर्ण कर ग्रामीणो के बालक बालिकाओ के संस्कार युक्त आधुनिक शिक्षा हेतु आधुनिकतम् शिक्षण संसाधनो से परिपूर्ण होगा तथा इस विद्यालय का संचालन शिक्षा समिति के अतिरिक्त संघ प्रचारक एवं जनजाति कल्याण केन्द्र महाकोशल प्रकल्प के प्रभारी राघवेन्द्र जी के निर्देशन व संरक्षण में संचालित किया जा रहा है ।