कीव। यूक्रेन से जारी युद्ध में रूस की हालत अब पतली होने लगी है। रक्षा विशेषज्ञों का दावा है कि रूस अधिक से अधिक 10 से 14 दिन तक यह लड़ाई लड़ पाने की हालत में है। ताजा इंटेलीजेंस रिपोर्ट के मुताबिक रूस के लिए जमीनी पकड़ बना पाना मुश्किल होता जा रहा है।
कम हो रहा है मैनपावर
यूक्रेन ने रूस की हालत खराब कर रखी है। रूस के पास लड़ाई के लिए मैनपावर और ऊर्जा दोनों की कमी होती जा रही है। डेली मेल ने एक वरिष्ठ ब्रिटिश अफसर के हवाले से यह बात कही है। इस ब्रिटिश अफसर ने बताया कि अगर यही हाल रहा तो 10 से 14 दिन के अंदर रूस कमजोर पड़ जाएगा। उन्होंने कहाकि यूक्रेन का डिफेंस रूस के अटैक पर भारी पड़ रहा है।
रूसी नेशनल गार्ड चीफ भी खुश नहीं
इस बीच मॉस्को की सेना ने दावा किया था कि सबकुछ योजना के मुताबिक चल रहा है। हालांकि खुद रशियन नेशनल गार्ड चीफ विक्टर जोल्टोव ने इस दावे का खंडन का कहना है। कभी पुतिन के पर्सनल सिक्योरिटी इंचार्ज रह चुके विक्टर ने कहाकि चीजें उतनी तेजी से नहीं हो रही हैं, जैसा हम चाहते हैं। हालांकि उन्होंने भरोसा जताया कि कदम-दर-कदम चलकर रूसी सेना जीत हासिल करने में कामयाब रहेगी।
जेलेंस्की ने की सेना की तारीफ
वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादीमीर जेलेंस्की ने भी अपने लड़ाकों की तारीफ की है। मंगलवार सुबह जारी एक वीडियो संदेश में जेलेंस्की ने कहाकि हमारे बहादुर रक्षक रूसी सेनाओं को जबर्दस्त तरीके से नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहाकि जल्द ही रशिया के मार गिराए गए हेलीकॉप्टरों की संख्या 100 के ऊपर पहुंच जाएगी। पहले ही रूसी सेना 80 लड़ाकू विमान, सैकड़ों टैंक और हजारों अन्य हथियार गंवा चुके हैं।
यूक्रेन पर बमबारी जारी
उधर यूक्रेन पर जबर्दस्त बमबारी जारी है। यहां के शहरों कीव और खारकीव को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। डेली मेल के मुताबिक इन सबके बीच सोमवार को पहली बार राष्ट्रपति पुतिन के सहयोगियों ने स्वीकार किया हमला उनकी योजनाओं के मुताबिक नहीं चल रहा है। वहीं अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि रूसी सैनिक अब उतनी तेजी से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।