भारत की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) फरवरी में बढ़कर 6.07 फीसदी पर पहुंच गई. इस तरह पिछले महीने भी कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स पर आधारित महंगाई की दर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अपर टार्गेट रेंज से ज्यादा रही. मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इम्पलिमेंटेशन की ओर से सोमवार को खुदरा महंगाई दर से जुड़ा डेटा रिलीज किया गया.
सरकार ने आरबीआई को दिया है ये टार्गेट
सरकार ने आरबीआई को खुदरा महंगाई दर को 2-6 फीसदी के बीच सीमित रखने का लक्ष्य दिया है. जनवरी 2022 में खुदरा महंगाई दर 6.01 फीसदी पर रही थी. वहीं, फरवरी, 2021 में यह 5.03 फीसदी पर रही थी.
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा महंगाई दर फरवरी में 8 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई. इसकी वजह ये है कि पिछले महीने ऑयल और Fats की कीमतों में सालाना आधार पर 16 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखी गई. फुटवियर के दाम में 10.10 फीसदी और फ्यूल एवं लाइट की लागत में 8.73 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई.
थोक महंगाई दर भी बढ़ी
इससे पहले सोमवार को सरकार ने बताया कि पिछले महीने थोक महंगाई दर 13.11 फीसदी पर रही. इस तरह फरवरी, 2022 में लगातार 11वें महीने थोक महंगाई दर दोहरे अंकों में रही. जनवरी में थोक महंगाई दर 12.96 फीसदी और दिसंबर 2021 में 13.56 फीसदी पर रही थी.
सरकार की ओर से जारी स्टेटमेंट के मुताबिक पिछले साल के समान महीने की तुलना में मिनरल ऑयल, बेसिक मेटल, केमिकल्स और केमिकल प्रोडक्ट्स, क्रूड पेट्रोलियम और नेचुरल गैस, खाने-पीने के सामान और नॉन-फूड आर्टिकल्स की कीमतों में तेजी से मुख्य रूप से महंगाई दर ऊंची रही।