नई दिल्ली। भारत की एक मिसाइल पाकिस्तान पंजाब के मियां चन्नू शहर में 9 मार्च को अचानक जा गिरी थी। इस पर पाकिस्तान ने अपनी आपत्ति जाहिर की थी और भारत ने इस गंभीर मसले की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया है। इस बीच रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि मिसाइल में एक तकनीकी खामी थी, जिसके चलते ऐसा हुआ। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब मिसाइल का रूटीन मेंटनेंस किया जा रहा था, लेकिन तकनीकी खामी के चलते उसने अचानक उड़ान भरी और पाकिस्तानी में जा गिरी। इस घटना पर रक्षा मंत्रालय ने गहरा दुख जताया है।
मंत्रालय ने कहा कि इस घटना की जांच के लिए हाई लेवल कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन कर दिया है। डिफेंस मिनिस्ट्री ने कहा, ‘9 मार्च को मिसाइल के रूटीन मेंटनेंस के दौरान टेक्निकल खामी के चलते मिसाइल अचानक फायर हो गई। भारत ने इस मसले को गंभीरता से लिया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। यह पता चला है कि यह मिसाइल पाकिस्तान में जाकर गिरी। यह दुखद घटना है, लेकिन राहत की बात यह रही कि इसमें किसी की भी मौत नहीं हुई।’ पूरे मामले की जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि सरकार इस मामले में सभी पहलुओं की जांच करने वाली है।
महज 7 मिनट में 124 किलोमीटर का सफर तय कर गई मिसाइल
इस घटना के बाद पाकिस्तान ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में भारतीय राजदूत को तलब किया था और अपने इलाके में मिसाइल गिरने पर आपत्ति जाहिर की थी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक 9 मार्च को शाम 6:43 बजे अचानक यह मिसाइल फायर हुई थी और 6:50 पर पाकिस्तानी पंजाब के मियां चन्नू शहर के पास एक मैदान में जाकर गिरी।
40,000 फुट की ऊंचाई पर मंडरा रही थी मिसाइल
पाकिस्तान ने दावा किया कि एक निहत्थे भारतीय सुपरसोनिक मिसाइल ने सिरसा से उड़ान भरी और बुधवार शाम को पाकिस्तानी क्षेत्र में 124 किलोमीटर की दूरी पर उतरी। यह कहा गया है कि मिसाइल, 40,000 फीट की ऊंचाई पर मंडरा रही थी और भारतीय और पाकिस्तानी दोनों हवाई क्षेत्र में यात्री उड़ानों और जमीन पर नागरिकों और संपत्ति को भी खतरे में डाल रही थी।