बिलासपुर। सुरक्षा मानकों के तहत राष्ट्रीय खान सुरक्षा पुरस्कार के लिए देशभर की कोयला खदानें चयनित की गई। इनमें कोल इंडिया की सबसे बड़ी अनुषांगिक कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की 8 खदानें सम्मिलित हैं। राष्ट्रीय खान सुरक्षा पुरस्कार केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा दिया जाता है। 8 मार्च को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में श्रम एवं रोजगार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री, भारत सरकार भूपेन्द्र यादव के करकमलों से एसईसीएल के निदेशक तकनीकी (संचालन सह कार्मिक) एम.के. प्रसाद एवं निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) एस.के. पाल ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
राजेन्द्रा भूमिगत खदान 2017, चरचा खदान आरओ 2019, सिंघाली भूमिगत खदान 2018, कुरासिया कालरी 2019, कुरजा भूमिगत कालरी 2019, बरतराई भूमिगत कालरी 2020, जगन्नाथपुर ओपनकास्ट माईन 2020, शिवानी अंण्डरग्राऊण्ड माईन को 2018 एवं 2020 के लिए दो अलग-अलग श्रेणी का पुरस्कार दिया गया। लंबे समय से दुर्घटना रहित खदान, न्यूनतम इंज्यूरी तथा इसी श्रेणी में न्यूनतम इंज्यूरी रेट के आधार पर राष्ट्रीय खान सुरक्षा पुरस्कार प्रदान किया जाता है। पुरस्कार के लिए एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत आॅनलाईन आवेदन किया गया।
एसईसीएल को प्राप्त इन पुरस्कारों से सीएमडी एसईसीएल डॉ. प्रेमसागर मिश्रा व निदेशक मण्डल ने टीम एसईसीएल के प्रत्येक कामगार को बधाई देते हुए समस्त श्रमसंघों, एसोसिएशन व यूनियन को उनके सतत सहयोग के लिए आभार प्रकट किया है।