रांची
झारखंड में गुस्साई भीड़ ने अनाज नहीं मिलने पर एक महिला पीडीएस डीलर के गले में चप्पलों की माला डालकर उसे गांव में घुमाया। पुलिस ने बताया कि गांव के लोगों ने आरोप लगाया है कि महिला पीडीएस डीलर पिछले चार महीने से उन्हें अनाज नहीं दे रही थी। यह दुमका के गोपीकांदर थाना क्षेत्र के मधुबन गांव की घटना है।
गोपीकांदर थाना प्रभारी रंजीत मंडल ने बताया कि लोगों ने अपने विरोध प्रदर्शन के तहत गोविंदपुर-साहेबगंज राजमार्ग को आधे घंटे से अधिक समय तक ब्लॉक कर दिया। उन्होंने कहा, 'लोगों को मंगलवार को राशन वितरित करने का आश्वासन देकर शांत किया गया और सड़क जाम हटाया गया।' स्थानीय खंड विकास अधिकारी गौतम मोदी ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि महिला डीलर ने मई में केवल 60 फीसदी और जून में 7 फीसदी अनाज वितरित किया था। जिला आपूर्ति पदाधिकारी विशाल कुमार ने बताया कि उन्होंने बीडीओ को 25 जून को राशन वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
सड़क जाम की सूचना मिलते ही बीडीओ गौतम कुमार मोदी मौके पर पहुंचे ग्रामीणों से उनकी समस्या को लेकर जानकारी लिया। ग्रामीणों की समस्या को सुनने के बाद ग्रामीणों को इसका समाधान किए जाने का आश्वासन देते हुए 20 मिनट में ही सड़क जाम को हटाने में सफल रहा।
बीडीओ गौतम कुमार मोदी नाराज लाभुकों को मंगलवार को अनाज देने का आश्वासन दिया। सड़क जाम करने पहुंचे ग्रामीणों की माने तो गोपीकांदर प्रखंड के ओरमो पंचायत के केतोपोका, धोबाचापर, मधुवन तथा तालखोरा के लाभुकों को विगत चार महीनों से अनाज नहीं मिला है। संबंधित डीलर सुमरी महारानी जो मधुवन गांव के ही रहने वाली है। इन लोगों को बीते चार महीनों से अनाज नहीं दी है, जिससे नाराज होकर लाभुकों सड़क पर उतरे। इधर सड़क जाम होने के कारण करीब 20 मिनट तक दोनों ओर से वाहनों की लम्बी कतार लग गई। वार्ता में बीडीओ के साथ थाना प्रभारी रंजीत मंडल, पूर्व उप प्रमुख कुबराज बेसरा भी मौजूद रहे। वहीं लाभुक की ओर से राजकुमार हांसदा, विकास राय, राजीव मुर्मू, राजू हेंब्रम सहित चार गांव के ग्रामीण मौजूद रहे।