Home छत्तीसगढ़ बजट से पूर्व सराफा कारोबारियों ने की मुख्यमंत्री से मांग

बजट से पूर्व सराफा कारोबारियों ने की मुख्यमंत्री से मांग

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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 9 फरवरी को प्रदेश का आम बजट पेश करने जा रहे हैं और बजट में छत्तीसगढ़ के सराफा कारोबारी भी कुछ मांगों को बजट में शामिल करने की मांग की है। जिसमें पंडरी में स्थापित होने वाले देश के चौथे और मध्य भारत का पहला जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क के निर्माण हेतु अलग से राशि स्वीकृत की जाए तथा इसका शीघ्र निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाए। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में सराफा कारोबारियों के साथ जुड़े कमजोर आय वर्ग के कर्मचारी और कारीगरों के लिए ईडब्ल्यूएस आवास में मकान आरक्षित किया जाए।
रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू, उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल, लक्ष्मीनारायण लाहोटी, प्रहलाद सोनी, सह सचिव अनिल कुचेरिया ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से छत्तीसगढ़ राज्य का बजट पेश करते समय सराफा कारोबारियों की मांगों पर ध्यान देने की मांग करते हुए कहा कि पिछले साल पेश किए बजट में जेम्स एवं ज्वेलरी पार्क के लिए अलग से 350 करोड़ का प्रावधान करते हुए इसका निर्माण पब्लिक – प्राइवेट पार्टनशिप के आधार पर किए जाने की घोषणा की लेकिन मामला हाईकोर्ट में लंबित होने के इसका निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। मुख्यमंत्री से मांग है कि मामले को जल्द सुलझाया जाए और 9 फरवरी को पेश होने वाले बजट में और अधिक राशि स्वीकृति किए जाने के साथ ही निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने की घोषणा की जाए। क्योंकि जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क के निर्माण से सराफा व्यवसायियों को जहां एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं जैसे होलसेल रिटेल, रिफाइनरी, कारीगर, हॉल मार्किंग सेंटर, हाई सिक्योरिटी, बैंक, एटीएम, पुलिस चौकी आदि सारी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। मालू ने कहा कि पंडरी में जेम्स एण्ड ज्वेलरी पार्क की स्थापना हो जाने से सराफा कारोबारियों को कहीं भी आने-जाने की आवश्यकता नहीं पढ़ेगी और एक ही छत के नीचे आम जनता को भी ज्लेवरी उपलब्ध हो सकेगी।
श्री मालू ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में सराफा कारोबारियों के यहां काम करने वाले अधिकांश कर्मचारी व कारीगर आर्थिक व कमजोर वर्ग से आते हैं। इनमें से अधिकांश कर्मचारी किराये का मकान लेकर अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं इन्हें आवास की अत्याधिक आवश्यकता हैं। वैसे राजधानी रायपुर में 10 हजार कारीगर और 20 हजार से अधिक कर्मचारी विभिन्न सराफा कारोबारियों के साथ जुड़े हैं। आम बजट में इन कर्मचारियों को बड़ी सौगात देते हुए इन्हें ईडब्ल्यूएस आवास में मकान आरक्षित करते हुए मकानों के आबंटन की घोषणा की जाए। इसके लिए रायपुर सराफा एसोसिएशन के साथ ही कर्मचारी व कारीगर आपके आभारी रहेंगे।